- बच्चों और किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य विकार के बारे में खास जानकारी
- बच्चों तथा किशोरों में चिंता संबंधी विकारों का विवरण
- बच्चों में गंभीर तथा अभिघात उपरांत विकार
- बच्चों और किशोरों में एग्रोफ़ोबिया
- बच्चों और किशोरों में बाईपोलर (द्विधुव्रीय) विकार
- आचरण विकार
- बच्चों और किशोरों में डिप्रेशन और मनोदशा डिस्रेगुलेशन विकार
- बच्चों में सामान्यकृत चिंता विकार
- बच्चों और किशोरों में गैर-आत्मघाती स्व-चोट
- बच्चों और किशोरों में ऑब्सेसिव-कम्प्लसिव विकार (OCD) तथा संबंधित विकार
- विरोधपरक अवहेलना विकार
- बच्चों और किशोरों में घबराहट विकार
- बच्चों और किशोरों में सीज़ोफ़्रेनिया
- पृथकता चिंता विकार
- बच्चों और किशोरों में सामाजिक चिंता विकार
- बच्चों में दैहिक लक्षण और संबंधित विकार
- बच्चों और किशोरों में आत्महत्या से संबंधित व्यवहार
सामाजिक चिंता विकार से पीड़ित बच्चों और किशोरों द्वारा खास तौर पर सामाजिक कार्यक्रमों और अन्य स्थितियों जिनके कारण उनका अपमान या उत्पीड़न हो सकता है, से दूर रहने की कोशिश की जाती है।
लक्षणों के आधार पर डॉक्टर सामाजिक चिंता विकार का निदान करते हैं।
व्यवहार से जुड़ी थेरेपी से सहायता मिल सकती है, लेकिन चिंता को कम करने के लिए दवा की ज़रूरत पड़ सकती है।
कभी-कभी सामाजिक चिंता विकार की उत्पत्ति किसी उत्पीड़न घटना के बाद होती है।
(बच्चों और किशोरों में चिंता विकार का विवरण और वयस्कों में सामाजिक फोबिया को भी देखें।)
लक्षण
आमतौर पर, सामाजिक चिंता विकार का पहली बार तब देखा जाता है, जब
बच्चे नखरे करते हैं, रोते हैं, चिपक जाते हैं, अड़ जाते हैं, या सामाजिक स्थितियों से दूर हो जाते हैं या बोलने से इंकार कर देते हैं।
किशोर किसी सामाजिक कार्यक्रम में जाने से पहले बहुत अधिक चिंतित होते हैं या कक्षा में प्रस्तुतिकरण से पहले बहुत अधिक तैयारी करते हैं।
फिर वे स्कूल या सामाजिक कार्यक्रमों में जाने से इंकार कर सकते हैं। अक्सर उनके द्वारा जो कारण बताए जाते हैं, वे शारीरिक लक्षण जैसे पेट में दर्द या सिर में दर्द होना शामिल होता है।
बच्चों को इस बात का बहुत अधिक डर लगता है कि वे गलत उत्तर देकर, कुछ अनुचित कहकर, उत्पीड़ित होकर या उल्टी करके, अपने सहपाठियों के सामने अपना अपमान करवाएंगे। जब डर बहुत अधिक होता है, बच्चे टेलीफोन पर बात करने से इंकार कर सकते हैं या घर से बाहर चले जाते हैं।
निदान
डॉक्टर या व्यवहार संबंधी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मुलाकात
कभी-कभी लक्षणों के बारे में प्रश्नावलियाँ
सामाजिक चिंता विकार का निदान लक्षणों पर आधारित होता है, जैसे रोना, नखरे करना, अड़ जाना, चिपक जाना, या सामाजिक स्थितियों में बोलने से इंकार करना। विकार के निदान के लिए, लक्षण कम से कम 6 महीने या अधिक के लिए बने रहने चाहिए। साथ ही, बच्चों को इन सभी समान स्थितियों में चिंतित महसूस होना चाहिए—उदाहरण के लिए, सभी कक्षा प्रस्तुतिकरणों से पहले, न कि केवल कुछ कक्षाओं या अध्यापकों के सामने—तथा न केवल वयस्कों से, बल्कि दूसरे बच्चों के साथ भी आपसी बातचीत में उनको चिंतित नज़र आना चाहिए।
उपचार
व्यवहार थैरेपी
अक्सर व्यवहारपरक थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें बच्चों को स्कूल से छुट्टी लेने की अनुमति नहीं दी जाती है। अनुपस्थित रहने से वे स्कूल में न जाने के और भी अनिच्छुक हो जाते हैं।
यदि व्यवहार से जुड़ी थेरेपी प्रभावी नहीं है या बच्चे इसमें भाग नहीं लेंगे, तो चिंता कम करने वाली दवाएँ जैसे चयनात्मक सेरोटोनिन रीपटेक इन्हिबिटर (SSRI) से शायद सहायता मिल सकती है। दवा से चिंता इतनी कम हो सकती है कि बच्चे व्यवहार से जुड़ी थेरेपी में भाग लेने में समर्थ हो जाते हैं।