एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा एक त्वचा कैंसर है, जो अक्सर धीरे-धीरे बढ़ता है।
एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा एक प्रकार का कैंसर है, जिसे सार्कोमा (हड्डियों या कोमल ऊतकों, जैसे मांसपेशियों या रक्त वाहिकाओं में होने वाला कैंसर) कहा जाता है।
एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा बहुत कम मामलों में होते हैं। वे आमतौर पर वयोवृद्ध वयस्क लोगों के सिर और गर्दन पर होते हैं। वे अन्य त्वचा कैंसरों जैसे दिख सकते हैं और अक्सर ऐसे गुलाबी-लाल उठे हुए स्थानों या उभारों के रूप में दिखाई देते हैं, जो ठीक नहीं होते और जिनमें छूने मात्र से दर्द हो सकता है।
फोटो ग्रेगरी एल. वेल्स, MD के सौजन्य से।
एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा का निदान
बायोप्सी
डॉक्टर बायोप्सी के परिणामों के आधार पर एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा का निदान करते हैं। इस कार्यविधि के दौरान, ट्यूमर का एक छोटा सा टुकड़ा निकाला जाता है और माइक्रोस्कोप से जांचा जाता है।
एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा का इलाज
ट्यूमर निकालना
ट्यूमरों को सर्जरी से निकाल दिया जाता है या मोस माइक्रोस्कोप-नियंत्रित सर्जरी की जाती है।
एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा आमतौर पर दूसरे अंगों तक नहीं फैलते हैं (दूसरे अंगों तक फैलने को मेटास्टेसिस कहा जाता है)।
एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा की रोकथाम
चूंकि बहुत से एटिपिकल फ़ाइब्रोज़ैंथोमा कैंसर अल्ट्रावॉयलेट (UV) प्रकाश के संपर्क से संबंधित मालूम होते हैं, इसलिए डॉक्टर बचपन की शुरुआत से ही UV प्रकाश के संपर्क को सीमित करने के कई उपाय सुझाते हैं:
धूप से बचना: उदाहरण के लिए, छाया में रहना, सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक (जब सूर्य की किरणें सर्वाधिक शक्तिशाली होती हैं) बाहर खुले में गतिविधियां कम-से-कम करना और धूप सेंकने तथा टैनिंग बेड के उपयोग से बचना
रक्षा करने वाले कपड़े पहनें: उदाहरण के लिए, लंबी आस्तीनों वाली शर्ट, पैंट और चौड़े किनारे वाली टोपियां
सनस्क्रीन का उपयोग करना: कम-से-कम सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) 30 और UVA तथा UVB सुरक्षा वाली सनस्क्रीन का उपयोग निर्देशों के अनुसार किया जाए और हर 2 घंटों पर दोबारा लगाई जाए और तैरने या पसीना आने के बाद दोबारा लगाई जाए, लेकिन इसका उपयोग धूप से संपर्क की अवधि बढ़ाने के लिए न हो