एरिसिपलेस, त्वचा संक्रमण (सेल्युलाइटिस) का सुपरफ़िशियल यानि सतही रूप है जो आम तौर पर स्ट्रेप्टोकोकी से होता है।
(त्वचा के जीवाणु संक्रमणों का विवरण भी देखें।)
एरिसिपलेस अधिकतर स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया से होता है। हालांकि, यह अन्य बैक्टीरिया से भी हो सकता है, जैसे स्टेफ़ाइलोकोकस ऑरियस, जिसमें स्टेफ़ाइलोकोकस का एक स्ट्रेन भी शामिल है जिसे मेथिसिलिन-प्रतिरोधी स्टेफ़ाइलोकोकस ऑरियस (MRSA) कहते हैं।
एरिसिपेलस के लक्षण
एरिसिपलेस से त्वचा पर चमकदार, दर्दयुक्त, लाल, और उठा हुआ चकत्ता बनता है। किनारे स्पष्ट होते हैं और वे आस-पास की सामान्य त्वचा में मिलते नहीं हैं। चकत्ता छूने में हल्का गर्म और ठोस महसूस होता है। एरिसिपलेस अधिकतर पैरों और चेहरे पर होता है।
लोगों को अक्सर तेज़ बुखार, कंपकंपी, और अस्वस्थता का सामान्य एहसास (मेलेइस) होता है।
एरिसिपेलस के एक और रूप में, त्वचा पर फफोले बन जाते हैं।
एरिसिपेलस का निदान
एक डॉक्टर का मूल्यांकन
डॉक्टर दाने के विशेष स्वरुप के आधार पर एरिसिपेलस का निदान करते हैं।
यदि व्यक्ति बहुत अस्वस्थ हो तो कभी-कभी डॉक्टर बैक्टीरिया की पहचान करने के लिए रक्त के नमूने लैबोरेटरी में भेजते हैं (इसे कल्चर कहा जाता है)।
एरिसिपेलस का इलाज
एंटीबायोटिक्स
मुंह से ली जाने वाली एंटीबायोटिक्स, जैसे पेनिसिलिन संक्रमण ठीक कर सकती हैं।
यदि डॉक्टरों को संदेह हो कि व्यक्ति को MRSA है, तो मुंह से ली जाने वाली ट्राइमेथोप्रिम/सल्फ़ामेथॉक्साज़ोल, क्लिंडामाइसिन, या डॉक्सीसाइक्लिन जैसी एंटीबायोटिक्स दी जा सकती हैं, पर यदि संक्रमण गंभीर है तो वैंकोमाइसिन या लिनेज़ोलिड शिरा से दी जाती है।
कोल्ड पैक और दर्द की दवाओं से तकलीफ़ घट सकती है।
पंजों के फ़ंगल संक्रमण, संक्रमण का प्रवेश द्वार हो सकते हैं और संक्रमण बार-बार न हो इसके लिए उनका एंटीफंगल दवाओं से उपचार ज़रूरी हो सकता है।
पैर पर एरिसिपेलस के कारण आई सूजन को घटाने के लिए कसे हुए लंबे मोज़ों का उपयोग किया जा सकता है।