मेलेनोमा क्या है?
मेलेनोमा एक प्रकार का त्वचा कैंसर है। यह मेलेनोसाइट नामक त्वचा कोशिकाओं में शुरू होता है। मेलेनोसाइट वह कत्थई पदार्थ बनाती हैं जिससे त्वचा को उसका रंग मिलता है। इसलिए मेलेनोमा आमतौर पर गहरे रंग के होते हैं। कैंसर सामान्य त्वचा में या किसी तिल/मस्से में शुरू हो सकता है।
मेलेनोमा आमतौर पर आपकी त्वचा के धूप के संपर्क में आए भाग पर एक नई, छोटी, गहरे रंग वाली वृद्धि के रूप में शुरू होता है
मेलेनोमा आपके शरीर के ऐसे भागों में भी शुरू हो सकता है जो धूप के संपर्क में नहीं आते हैं, जैसे आपके मुंह का अंदरूनी भाग
यह कैंसर आसानी से शरीर के दूसरे भागों तक फैल जाता है जहां यह ऊतकों को नष्ट करता है और अक्सर जानलेवा होता है
मेलेनोमा के निदान के लिए डॉक्टर बायोप्सी करते हैं, जिसमें ऊतक का एक छोटा-सा नमूना लेकर उसे माइक्रोस्कोप के नीचे जांचा जाता है
अगर आपके मेलेनोमा का निदान काफ़ी शुरुआत में हो जाए, तो आमतौर पर इसे सर्जरी से ठीक किया जा सकता है
फोटो ग्रेगरी एल. वेल्स, MD के सौजन्य से।
मेलेनोमा अन्य त्वचा कैंसर जितना आम नहीं है। लेकिन यह अधिक जानलेवा है।
मेलेनोमा के जोखिम में कौन है?
ये जोखिम कारक आपमें मेलेनोमा होने की संभावना बढ़ाते हैं:
लंबे समय तक धूप से संपर्क और सनबर्न
टैनिंग बेड का इस्तेमाल
परिवार के अन्य सदस्यों में मेलेनोमा या अलग-अलग आकृतियों वाले कई तिल/मस्से
गोरी त्वचा और झाइयां
अलग-अलग आकृतियों या रंगों वाले तिल/मस्सों की बड़ी संख्या
कमज़ोर प्रतिरक्षा तंत्र
मेलेनोमा के लक्षण क्या हैं?
मेलेनोमा देखने में अलग-अलग हो सकते हैं। वे ऐसे हो सकते हैं:
चपटे कत्थई चकत्ते, दांतेदार किनारी और छोटे-छोटे काले धब्बे
उठे हुए कत्थई चकत्ते जिनमें लाल, सफ़ेद, काले या नीले धब्बे होते हैं
ठोस, लाल, काले या स्लेटी पिंड (गाँठें)
गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में मेलेनोमा कम आम होता है। अगर गहरे रंग की त्वचा वाले किसी व्यक्ति को मेलेनोमा होता भी है, तो वह अक्सर हाथों या पैरों के नाखूनों के नीचे होता है या हथेलियों पर अथवा पंजों के तलवों पर होता है।
मेलेनोमा का लक्षण ऐसी कोई भी त्वचा की वृद्धि है:
आकार बढ़ना
जो रंग में और गहरी होती जाए
जो शोथग्रस्त हो (लाल और सूजी हुई)
जो धब्बेदार हो और रंग बदलती हो
जिससे रक्त आता हो या उसके ऊपर की त्वचा फटकर खुल गई हो
जिसमें खुजली हो, छूने मात्र से दर्द हो या दर्द होता रहता हो
डॉक्टर कैसे बता सकते हैं कि मुझे मेलेनोमा है या नहीं?
डॉक्टर बायोप्सी करेंगे (आपके ऊतक का एक छोटा-सा नमूना निकालकर उसे माइक्रोस्कोप के नीचे जांचेंगे)।
मेलेनोमा की ABCDE
मेलेनोमा के चेतावनी संकेतों को कभी-कभी मेलेनोमा की ABCDE कहा जाता है। ABCDE अक्षर यह दर्शाते हैं:
एसिमिट्री यानी असममिति: त्वचा वृद्धि के दोनों आधे भाग समान आकृति के नहीं होते हैं
बॉर्डर यानि किनारियां: त्वचा वृद्धि की किनारी दांतेदार होती है या आस-पास की त्वचा में मिली हुई होती है
रंग: त्वचा वृद्धि रंग बदलती है, विशेष रूप से कत्थई, काली, लाल, सफ़ेद, नीली या ऐसे रंग की हो जाती है जो आपके अन्य तिल/मस्सों के रंग से अलग या और गहरा होता है
व्यास: त्वचा की चौड़ाई एक चौथाई इंच (0.64 सेंटीमीटर) से भी ज़्यादा बढ़ जाती है, जो पेंसिल इरेज़र के आकार से बड़ा होता है
विकास: त्वचा वृद्धि आपके 30 वर्ष से अधिक का हो जाने पर दिखती है या हो सकता है कि वह हाल ही में हुई हो या उसमें हाल ही में बदलाव हुआ हो
डॉक्टर मेलेनोमा का इलाज कैसे करते हैं?
डॉक्टर मेलेनोमा का उपचार सर्जरी से करते हैं जिसमें वे बढ़ी हुई त्वचा और कैंसर के आस-पास की कुछ त्वचा को काटकर निकाल देते हैं। अगर सर्जरी संभव न हो, तो आपके डॉक्टर आपको दवा दे सकते हैं, वृद्धि को अत्यधिक ठंड (क्रायोथेरेपी) से मारने की कोशिश कर सकते हैं या आपको रेडिएशन दे सकते हैं।
अगर मेलेनोमा आपके शरीर के अन्य भागों तक फैल चुका हो, तो आपके डॉक्टर इन्हें आज़मा सकते हैं:
मेलेनोमा की रोकथाम कैसे की जा सकती है?
आप धूप से संपर्क को सीमित करके मेलेनोमा की रोकथाम में मदद दे सकते हैं:
धूप में न रहें—छाया में बैठें, सुबह 10:00 से शाम 4:00 बजे तक धूप से बचें
धूप न सेंकें या टैनिंग बेड का इस्तेमाल न करें
धूप से बचाने वाले कपड़े पहनें, जैसे लंबी आस्तीनों वाली शर्ट, पैंट और चौड़े किनारों वाली टोपी
कम-से-कम 30 सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) वाली सनस्क्रीन प्रयोग करें—हर 2 घंटों पर और तैरने या पसीना आने के बाद इसे दोबारा लगाना महत्वपूर्ण है
अगर ऐसा हो तो अपनी त्वचा की जांच के लिए वर्ष में कम-से-कम एक बार अपने डॉक्टर को दिखाएं:
आपको पहले मेलेनोमा हो चुका है
आपको कई तिल/मस्से हैं
अगर आपको त्वचा की किसी वृद्धि में कोई ऐसा बदलाव दिखे जो कुछ सप्ताह बाद भी बना रहे, तो किसी डॉक्टर को दिखाएं।