बेसल सेल कार्सिनोमा क्या है?
बेसल सेल कार्सिनोमा त्वचा कैंसर का सबसे आम प्रकार है।
गोरी त्वचा वाले लोगों में इसके होने की संभावना काली त्वचा वाले लोगों से अधिक होती है
यह आमतौर पर धूप के संपर्क में आने वाली त्वचा पर होता है
डॉक्टर इस प्रकार के त्वचा कैंसर को आमतौर पर सर्जरी से निकाल देते हैं, लेकिन कभी-कभी वे इसका इलाज कीमोथेरेपी या विकिरण से करते हैं
अन्य कैंसर के विपरीत, बेसल सेल कार्सिनोमा बेहद दुर्लभ मामलों में ही शरीर के अन्य भागों तक फैलता है या आपकी जान लेता है
बेसल सेल कार्सिनोमा क्यों होता है?
बेसल सेल कार्सिनोमा अक्सर धूप से संपर्क के कारण होता है।
बेसल सेल कार्सिनोमा के लक्षण क्या हैं?
थॉमस हबीफ, MD द्वारा प्रदान की गई छवि।
बेसल सेल कार्सिनोमा आमतौर पर आपकी त्वचा (आमतौर पर आपके सिर या गर्दन की त्वचा) पर एक वृद्धि (ट्यूमर) होता है जो:
छोटी, चमकीली, ठोस और उठी हुई होती है
लगभग पारदर्शी से गुलाबी रंग की होती है
आंखों से दिखने वाली नन्ही रक्त वाहिकाओं से भरी होती है
कभी-कभी उसकी बाहरी किनारी मोटी और मोती जैसी सफ़ेद होती है
यह ऐसा भी दिख सकता है:
उठे हुए उभार जो फटकर खुल सकते हैं और बीच में पपड़ी बन सकती है
चपटे, हल्के पीले या लाल चकत्ते जो देखने में घाव के निशान जैसे होते हैं
घाव जिनसे रक्त बहता है, खुरंट बन जाता है और फिर वे ठीक हो जाते हैं
ट्यूमर आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ते हैं, लेकिन वे एक साल में आधा इंच (1 सेंटीमीटर से थोड़ा ज़्यादा) तक बढ़ सकते हैं।
डॉक्टर कैसे बता सकते हैं कि मुझे बेसल सेल कार्सिनोमा है या नहीं?
आपको इस प्रकार का त्वचा कैंसर है या नहीं यह बताने के लिए डॉक्टर:
बायोप्सी करेंगे (त्वचा का एक छोटा-सा नमूना लेकर उसे माइक्रोस्कोप के नीचे देखेंगे)
डॉक्टर बेसल सेल कार्सिनोमा का इलाज कैसे करते हैं?
बेसल सेल कार्सिनोमा का इलाज करने के लिए डॉक्टर इनमें से किसी एक तरीके से कैंसर को निकालेंगे:
उसे खुरचना और इलेक्ट्रिक नीडल से जलाना
उसे सर्जरी से काटकर निकालना
कैंसर को अत्यधिक ठंड (क्रायोसर्जरी) या विकिरण से खत्म करना
कैंसर पर कीमोथेरेपी दवाएँ लगाना
अगर कैंसर आपके शरीर के अन्य भागों तक फैल चुका हो, तो डॉक्टर आपको मुंह से कीमोथेरेपी दे सकते हैं।
बेसल सेल कार्सिनोमा की रोकथाम कैसे की जा सकती है?
बेसल सेल कार्सिनोमा की रोकथाम का सर्वोत्तम तरीका धूप से संपर्क को सीमित करना है:
धूप में न रहें—छाया में बैठें, सुबह 10:00 से शाम 4:00 बजे तक धूप से बचें
धूप न सेंकें या टैनिंग बेड का इस्तेमाल न करें
धूप से बचाने वाले कपड़े पहनें, जैसे लंबी आस्तीनों वाली शर्ट, पैंट और चौड़े किनारों वाली टोपी
कम-से-कम 30 सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) वाली सनस्क्रीन प्रयोग करें—हर 2 घंटों पर और तैरने या पसीना आने के बाद इसे दोबारा लगाना महत्वपूर्ण है
अगर आपको त्वचा की किसी वृद्धि में कोई ऐसा बदलाव दिखे जो कुछ सप्ताह बाद भी बना रहे, तो किसी डॉक्टर को दिखाएं।