शरीर में पोटेशियम की भूमिका का विवरण

इनके द्वाराJames L. Lewis III, MD, Brookwood Baptist Health and Saint Vincent’s Ascension Health, Birmingham
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया सित॰ २०२३

पोटेशियम हमारे शरीर के इलेक्ट्रोलाइट में से एक है, जो कि ऐसा मिनरल होता है जिसके शरीर के फ़्लूड जैसे कि, ब्लड में घुलने पर इलेक्ट्रिक चार्ज पैदा होता है। (इलेक्ट्रोलाइट्स का विवरण भी देखें।)

शरीर का ज़्यादातर पोटेशियम कोशिका के अंदर होता है। सेल, तंत्रिकाओं और मांसपेशियों के ठीक से काम करने के लिए पोटेशियम ज़रूरी होता है।

हमारे शरीर को ब्लड में पोटेशियम का लेवल बनाए रखना पड़ता है। ब्लड में पोटेशियम लेवल बहुत ज़्यादा (हाइपरकेलेमिया) या बहुत कम (हाइपोकैलिमिया) होने से खतरनाक नतीजे हो सकते हैं, जैसे कि हृदय की धड़कन की असामान्य चाल या हृदय का काम करना बंद कर देना (कार्डियक अरेस्ट)। ब्लड में पोटेशियम के लेवल को स्थिर बनाए रखने के लिए, हमारा शरीर सेल में जमा पोटेशियम के बड़े भंडार का इस्तेमाल कर सकता है।

क्या आप जानते हैं...

  • इसलिए पोटेशियम से जुड़े विकारों के नाम में अक्सर "केल" होता है।

शरीर में पोटेशियम का लेवल बनाए रखने के लिए, जितना पोटेशियम इस्तेमाल होता है, शरीर उतना ही पोटेशियम पैदा करता है। इलेक्ट्रोलाइट (इसमें पोटेशियम शामिल है) से युक्त खाने पीने की चीजों से पोटेशियम शरीर में आता है और मुख्य तौर पर यूरिन में चला जाता है। कुछ पोटेशियम पाचन तंत्र और पसीने के ज़रिए भी निकल जाता है। स्वस्थ किडनी द्वारा पोटेशियम का स्त्राव उसके उपयोग के हिसाब से समायोजित हो जाता है।

कुछ दवाएँ और कुछ खास स्थितियों से कोशिका के अंदर और बाहर पोटेशियम की गतिविधियों पर असर पड़ता है, जिसका बहुत ज़्यादा असर रक्त में पोटेशियम के स्तर पर पड़ता है।

अधिक जानकारी

निम्नलिखित अंग्रेजी-भाषा संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। इस संसाधन की सामग्री के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।

  1. नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हैल्थ ऑफ़िस ऑफ़ डाइटरी सप्लीमेंट: उपभोक्ताओं के लिए पोटैशियम फ़ैक्ट शीट: शरीर में इसकी भूमिका और हर दिन के पोषण की जरूरतों सहित पोटैशियम का एक सामान्य विवरण देता है