उपलब्ध स्वास्थ्य देखभाल विकल्पों का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने के लिए लोगों को अपनी स्वास्थ्य देखभाल में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। रोगियों द्वारा स्वास्थ्य देखभाल प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी में निम्नलिखित शामिल हैं:
उम्र और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से नियमित रूप से मिलने की सलाह दी जाती है
बीमारी से बचाव के लिए उचित उपाय करना
स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से सीधे या मरीज़ के बताए हुए परिवार के सदस्य या सरोगेट के माध्यम से प्रभावी ढंग से बातचीत करना
स्वास्थ्य खराब होने या शारीरिक बदलाव के संकेतों के प्रति सतर्क रहना (उदाहरण के लिए, तिल का रंग बदलना, अप्रत्याशित रूप से वजन बदलना, या स्तन या वृषण में गांठ का पता लगना)
व्यक्तिगत चिकित्सा जानकारी सहित दवाओं की सूची, दवाओं से एलर्जी और टीकाकरण का रिकॉर्ड रखना
स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानकारी रखना (इसमें देखभाल या दवाओं के लिए भुगतान करने की प्रक्रिया शामिल है)
टेक्नोलॉजी की जानकारी रखना ताकि ज़रूरत पड़ने पर टेलीमेडिसिन में हिस्सा लिया जा सके
कुछ देशों में, हेल्थ केयर पावर ऑफ़ अटॉर्नी और लिविंग विल और अंग दान के संबंध में प्राथमिकताओं के दस्तावेज़ निर्मित करने सहित अग्रिम निर्देशों पर हस्ताक्षर करना। आपातकालीन स्थिति में ऐसे स्वास्थ्य देखभाल दस्तावेज़ उपलब्ध कराए जाने चाहिए
जिन लोगों में कोई खास विकार होते हैं, उनकी सक्रिय भागीदारी का मतलब अपने स्वास्थ्य की निगरानी करना भी है। उदाहरण के लिए, हाइपरटेंशन से ग्रस्त लोगों के लिए इसका मतलब होगा नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर को मापना, और डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए इसका मतलब होगा नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर के स्तर को मापना।
डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के साथ—अच्छी बातचीत—जानकारी को खुले तौर पर ईमानदारी से साझा करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। अच्छी बातचीत से डॉक्टर को व्यक्ति की समस्याएं बेहतर ढंग से समझ आती है और व्यक्ति को यह समझ में आता है कि उन समस्याओं का इलाज कैसे किया जाएगा। अच्छी बातचीत से डॉक्टर और व्यक्ति के बीच भरोसा और विश्वास भी बढ़ता है, जिससे व्यक्ति द्वारा इलाज का अनुपालन करने की संभावना अधिक हो जाती है।
इंटरनेट पर मौजूद भरोसेमंद जानकारी (विकार पर शोध करना देखें) से लोगों को अपने स्वास्थ्य और स्थितियों के बारे में जानने में मदद मिल सकती है और उनके स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के साथ उनके रिश्ते को बेहतर हो सकते हैं। हालांकि, यह बात ध्यान में रखें कि भले ही इंटरनेट बहुत सी जानकारी उपलब्ध कराता है, लेकिन उस जानकारी की सटीकता में काफ़ी ज़्यादा अंतर होता है। इसलिए, लोगों और उनके स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के बीच बातचीत यह समझने के लिए ज़रूरी है कि इंटरनेट से प्राप्त जानकारी किसी व्यक्ति की विशिष्ट स्वास्थ्य स्थिति से किस प्रकार संबंधित है।