पैरासोरियसिस का अर्थ त्वचा विकारों के एक समूह से है जिसकी मुख्य पहचान है त्वचा पर छोटे-छोटे और लाल या पपड़ीदार धब्बे।
पैरासोरियसिस सोरियसिस का एक प्रकार नहीं है। इसे यह नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसकी वजह से त्वचा पर पपड़ीदार धब्बे (प्लाक) बन जाते हैं जो सोरियसिस की वजह से होने वाले धब्बों की तरह दिखाई देते हैं। दोनों विकारों के बीच यह अंतर है कि पैरासोरियसिस में बनने वाले प्लाक की मोटाई, सोरियसिस के सबसे आम रूपों में बनने वाले प्लाक की मोटाई से कम होती है।
पैरासोराययिस के दो रूप हैं:
स्मॉल-प्लाक रूप
लार्ज-प्लाक रूप
स्मॉल-प्लाक पैरासोरियसिस आम तौर पर कैंसर नहीं बनता है (मामूली)। हालांकि, अत्यधिक दुर्लभ मामलों में, स्मॉल-प्लाक पैरासोरियसिस आगे चलकर क्यूटेनियस T-सेल लिम्फ़ोमा (CTCL) में बदल जाता है, जो एक प्रकार का त्वचा कैंसर है जो लिम्फ़ोसाइट्स नामक एक विशेष प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाओं से होता है।
लार्ज-प्लाक पैरासोरायिस से ग्रस्त लोगों में से 10% में हर 10 वर्ष पर CTCL हो जाता है।
पैरासोरियसिस के लक्षण
प्लाक से आम तौर पर लक्षण पैदा नहीं होते हैं। वे आम तौर पर पतले, पपड़ीदार, फीके, गुलाबी धब्बों जैसे दिखते हैं और वे थोड़े झुर्रीदार या पतले हो सकते हैं।
स्मॉल-प्लाक रूप में, प्लाक की चौड़ाई 2 इंच (5 सेंटीमीटर) से कम होती है। लार्ज-प्लाक रूप में, प्लाक की चौड़ाई 2 इंच (5 सेंटीमीटर) से अधिक होती है।
कभी-कभी, स्मॉल-सेल पैरासोरियसिस के प्लाक त्वचा के उन स्थानों पर बन जाते हैं जिनका संपर्क स्पाइनल कॉर्ड से निकलने वाली कुछ विशिष्ट तंत्रिकाओं से होता है, विशेष रूप से कमर के किनारों और उदर पर। इन प्लाक को डिजिटेट प्लाक कहते हैं क्योंकि वे अंगुलियों (डिजिट) जैसे दिखते हैं और उनका साइज़ 2 इंच (5 सेंटीमीटर) से भी बड़ा हो सकता है। ये प्लाक दुर्लभ मामलों में ही CTCL बनते हैं।
लार्ज-प्लाक पैरासोरियसिस से ग्रस्त व्यक्ति के धड़ पर फीके, गुलाबी, पतले, और थोड़े से पपड़ीदार प्लाक।
चित्र ई. लॉरी टोलमैन, MD के सौजन्य से।
लार्ज-प्लाक पैरासोरियसिस से ग्रस्त व्यक्ति के कूल्हों पर पतले, गुलाबी, और थोड़े से पपड़ीदार प्लाक।
चित्र ई. लॉरी टोलमैन, MD के सौजन्य से।
इस चित्र में स्मॉल-प्लाक पैरासोरियसिस को देखा जा सकता है।
इमेज कर्टसी - पब्लिक हेल्थ इमेज लाइब्रेरी ऑफ़ द सेंटर्स फ़ॉर द डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की सुज़ेन लिंड्स्ले।
पैरासोरियसिस का निदान
एक डॉक्टर का मूल्यांकन
कभी-कभी स्किन बायोप्सी
डॉक्टरों द्वारा पैरासोरियसिस के निदान की पुष्टि इस बात पर टिकी होती है कि पपड़ियाँ और प्लाक कैसे दिखते हैं और वे शरीर पर कहाँ-कहाँ हैं।
कभी-कभी, डॉक्टर त्वचा ऊतक का नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से उसकी जांच (बायोप्सी) करते हैं ताकि दूसरे विकार ख़ारिज किए जा सकें।
पैरासोरियसिस का उपचार
इसमें फ़ोटोथेरेपी, कॉर्टिकोस्टेरॉइड, या दोनों शामिल होते हैं
स्मॉल-प्लाक पैरासोरियसिस के उपचार की आवश्यकता नहीं हो सकती है, लेकिन इसमें स्किन मॉइस्चराइजर (इमोलिएंट्स), टार से बने उत्पाद, या त्वचा पर लगाए गए कॉर्टिकोस्टेरॉइड, फ़ोटोथेरेपी (पराबैंगनी प्रकाश के संपर्क में), या एक संयोजन शामिल हो सकता है।
लार्ज-प्लाक पैरासोरियसिस का उपचार फ़ोटोथेरेपी (नैरोबैंड अल्ट्रावॉयलेट B [NBUVB]) या त्वचा पर कॉर्टिकोस्टेरॉइड लगाकर किया जाता है।
पैरासोरियसिस का पूर्वानुमान
दोनों ही रूपों के आगे बढ़ने के तरीक़े का अनुमान लगाना बहुत कठिन है। लोगों में CTCL होने का जोखिम है या नहीं यह पता करने के लिए वे समय-समय पर फ़ॉलो-अप जांच और बायोप्सी करवाते हैं।