एरिथेमा नोडोसम एक प्रकार का पेनिकुलाइटिस (त्वचा के नीचे की वसा की परत का शोथ) है जिससे त्वचा के नीचे छूने मात्र से दर्द करने वाले लाल या बैंगनी उभार (गाँठें) हो जाते हैं, ये अधिकतर पिंडली के अगले भाग पर होते हैं, लेकिन कभी-कभी बाँहों और अन्य स्थानों पर भी हो जाते हैं।
एरिथेमा नोडोसम आम तौर पर किसी दवाई पर प्रतिक्रिया, किसी संक्रमण (जीवाणु, फंगल या वायरल) या जलन करने वाले पेट के रोग जैसे किसी और विकार की वजह से होता है।
इसके आम लक्षणों में बुखार, जोड़ों में दर्द, और व्यक्ति की पिंडलियों के अगले भाग पर दर्द करने वाले लाल उभार, जो इसकी पहचान हैं, शामिल हैं।
निदान लक्षणों के आधार पर की जाती है और संभावित कारण का संकेत देने वाले टेस्ट, जैसे छाती के एक्स-रे, ब्लड टेस्ट, और बायोप्सी के नतीजों से मदद ली जा सकती है।
लोग संदिग्ध दवाएँ लेना बंद कर देते हैं, मूल स्थितियों या संक्रमणों का उपचार किया जाता है और पूरी तरह से आराम, बिना स्टेरॉइड वाली एंटी-इन्फ़्लेमेटरी दवाओं और कभी-कभी किसी कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाई से राहत मिल जाती है।
(त्वचा की हाइपरसेंसिटिविटी और प्रतिक्रियाशीलता से जुड़े विकारों के विवरण भी देखें।)
अपने जीवन के 20 और 30 के उम्र वाले लोगों, खास तौर पर महिलाओं में, इस विकार के होने की संभावना ज़्यादा होती है, लेकिन ये किसी भी आयु में हो सकता है।
बहुत से मामलों में एरिथेमा नोडोसम किसी दूसरे रोग के लक्षण या किसी दवाई पर हुई प्रतिक्रिया होती है, लेकिन प्रभावित लोगों में से करीब आधे लोगों में वजह पता नहीं होती।
इसके सबसे आम ट्रिगर में शामिल हैं
स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमण (विशेष रूप से बच्चों में)
दूसरे संभावित ट्रिगर में जीवाणु संक्रमण (जैसे ट्यूबरक्लोसिस), वायरल संक्रमण (जैसे हैपेटाइटिस B), तरह-तरह की दवाएँ (जैसे सल्फ़ा वर्ग की एंटीबायोटिक्स दवाएँ और गर्भ निरोधक गोली), गर्भावस्था, बेसेट रोग और कई तरह के कैंसर शामिल हैं।
एरिथेमा नोडोसम के लक्षण
एरिथेमा नोडोसम नोड्यूल नाज़ुक होते हैं और आम तौर पर पिंडलियों पर दिखाई देते हैं। वे देखने में उठे हुए उभारों और नीले रंग जैसी दिखती हैं और धीरे-धीरे उनका रंग गुलाबी से लाल या बैंगनी और फिर नीला-कत्थई हो जाता है।
बुखार और जोड़ों में दर्द आम है।
एरिथेमा नोडोसम का निदान
एक डॉक्टर का मूल्यांकन
कभी-कभी बायोप्सी
डॉक्टर के लिए दर्द करने वाली गाँठें आम तौर पर इसका एक स्पष्ट संकेत होती हैं।
कभी-कभी निदान की पुष्टि के लिए गाँठ को निकालकर उसका माइक्रोस्कोप से विश्लेषण (बायोप्सी) किया जाता है।
संभावित कारणों की तलाश के लिए अन्य टेस्ट किए जाते हैं, जिनमें छाती का एक्स-रे, ब्लड टेस्ट, और ट्यूबरक्लोसिस के लिए स्किन टेस्टिंग शामिल हैं।
एरिथेमा नोडोसम का उपचार
पैर उठाना और ठंडी सिंकाई/पट्टियाँ
दर्द के लिए बिना स्टेरॉइड वाली शोथ-रोधी दवाएँ (NSAID)
अंतर्निहित विकृतियों का उपचार
एरिथेमा नोडोसम लगभग हमेशा ही अपने-आप ठीक हो जाता है, और गाँठें उपचार के बिना आम तौर पर 3 से 6 सप्ताह में चली जाती हैं। बिस्तर पर आराम, ठंडी सिकाई, पैरों को ऊपर उठाना और NSAID से नोड्यूल की वजह से होने वाले दर्द में राहत मिल सकती है। शोथ घटाने के लिए पोटेशियम आयोडाइड टैबलेट दी जा सकती हैं।
मुंह से ली जाने वाली कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाएँ प्रभावी होती हैं, लेकिन वे केवल अंतिम उपाय के रूप में दी जाती हैं, क्योंकि वे मूल संक्रमण, यदि पहचाना न गया हो, तो भी संक्रमण बढ़ा सकती हैं।
जिन दवाइयों की वजह से एरिथेमा नोडोसम हो सकता है उन्हें बंद कर दिया जाता है और जो भी मूल संक्रमण या विकार हों उनका उपचार किया जाता है। यदि यह विकार किसी स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमण के कारण हुआ हो, तो व्यक्ति को एंटीबायोटिक्स, जैसे पेनिसिलिन या सेफेलोस्पोरिन लेनी पड़ सकती है।