टेम्पोरल हड्डी का फ्रैक्चर

इनके द्वाराSam P. Most, MD, Stanford University Medical Center
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मार्च २०२४

टेम्पोरल हड्डी (खोपड़ी की वह हड्डी जिसमें ईयर कैनाल का कुछ हिस्सा, मिडिल ईयर और इनर ईयर मौजूद होते हैं) आमतौर पर सिर पर लगने वाली चोट के कारण फ्रैक्चर हो सकती है।

  • टेम्पोरल हड्डी में फ्रैक्चर होने पर चेहरे का लकवा, बहरापन, कान के पीछे की चोट या कान से खून बहना जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

  • टेम्पोरल हड्डी के फ्रैक्चर का पता लगाने के लिए डॉक्टर कंप्यूटेड टोमोग्राफ़ी (CT) का उपयोग करते हैं।

  • फ्रैक्चर के कारण समस्याएँ होने पर, सर्जरी सहित अन्य इलाज आवश्यक होता है।

टेम्पोरल हड्डी में फ्रैक्चर होने पर मिडिल और इनर ईयर में कई चोटें लग सकती हैं। इन चोटों में ईयरड्रम का फटना और ऑसिकल्स (ईयरड्रम को इनर ईयर से जोड़ने वाली छोटी-छोटी हड्डियों की श्रृंखला), कॉकलिया (सुनने वाला अंग), वेस्टिबुलर ऐपरेटस (इनर ईयर में बैलेंस बनाने वाला अंग) या चेहरे की मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली तंत्रिका (चेहरे की तंत्रिका) को नुकसान पहुँचना शामिल होता है।

टेम्पोरल हड्डी

टेम्पोरल हड्डी खोपड़ी के दोनों तरफ़ और नीचे मौजूद होती है। यह ईयर कैनाल, मिडिल ईयर और इनर ईयर को घेरे रहती है और उन्हें सुरक्षित रखती है।

टेम्पोरल हड्डी में फ्रैक्चर के लक्षण

लोगों को दर्द होता है और अक्सर

  • कान से खून निकलता है

  • ईयरड्रम के पीछे से खून निकलता है

  • कान के पीछे की त्वचा में चोट दिखाई देती है

अन्य लक्षण और गंभीर समस्याएँ, फ्रैक्चर के सटीक स्थान पर निर्भर करती हैं।

कुछ लोगों को फ्रैक्चर की तरफ़ के चेहरे पर लकवा भी हो जाता है। चेहरे का लकवा तुरंत या कुछ समय बाद शुरू हो सकता है और यह हल्के से लेकर बेहद गंभीर तक हो सकता है।

दूसरा लक्षण गंभीर बहरापन भी हो सकता है। कान के परदे को अंदरूनी कान से कनेक्ट करने वाली 3 छोटी हड्डियों (जिन्हें ऑसिकल्स कहा जाता है) में या कॉकलिया में क्षति होने पर या कॉकलिया तक जाने वाली तंत्रिकाओं को नुकसान पहुँचने पर बहरापन हो सकता है।

वेस्टिबुलर ऐपरेटस को क्षति पहुँचने पर, लोगों को चक्कर (वर्टिगो) आ सकते हैं या बैलेंस बनाने में दिक्कत हो सकती है।

कभी-कभी, मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड के आस-पास भरा फ़्लूड (सेरेब्रोस्पाइनल फ़्लूड) फ्रैक्चर के ज़रिए मस्तिष्क से रिसने लगता है और वह कान या नाक से बहने वाले रंगहीन फ़्लूड जैसा दिखाई देता है। इस फ़्लूड का रिसना इस बात का संकेत होता है कि ईयर कैनाल के बैक्टीरिया मस्तिष्क में गंभीर संक्रमण उत्पन्न कर सकते हैं।

टेम्पोरल हड्डी के फ्रैक्चर का निदान

  • कंप्यूटेड टोमोग्राफ़ी (CT)

  • चेहरे की तंत्रिकाओं और सुनने की क्षमता को हुए नुकसान का परीक्षण

इसका निदान CT से किया जाता है।

डॉक्टर उस व्यक्ति की सुनने की क्षमता का परीक्षण भी कर सकते हैं और इसकी जांच भी कर सकते हैं कि कहीं उसके चेहरे पर लकवा तो नहीं हो गया है। समस्याएँ मिलने पर, आमतौर पर दूसरे परीक्षण किए जाते हैं, जैसे कि ऑडियोलॉजिस्ट द्वारा सुनने की क्षमता का विस्तृत परीक्षण या चेहरे की गति को नियंत्रित करने वाली तंत्रिका का इलेक्ट्रोडायग्नोस्टिक परीक्षण।

टेम्पोरल हड्डी के फ्रैक्चर का इलाज

  • आवश्यकतानुसार लक्षणों का इलाज

इलाज केवल तभी आवश्यक होता है, जब फ्रैक्चर से समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं।

चेहरे पर हुए लकवे का इलाज

अगर चेहरे पर लकवा तुरंत और गंभीर हो गया हो, तो सर्जरी आवश्यक हो सकती है। अगर लकवा हल्का या धीरे-धीरे बढ़ रहा हो, तो आम तौर पर मुंह के ज़रिए दी जाने वाली कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाई प्रिस्क्राइब की जाती है।

बहरेपन का इलाज

अगर बहरापन ऑसिकल्स में क्षति पहुँचने के कारण हुआ है, तो ऑसिकल्स को सर्जरी से ठीक किया जाता है। कॉकलिया या इसकी तंत्रिका को पहुँचने वाली क्षति के कारण होने वाला बहरापन आमतौर पर स्थायी होता है।

वर्टिगो का इलाज

अगर वर्टिगो ऐसी किसी क्षति के कारण हुआ हो, जिसे सर्जरी से ठीक नहीं किया जा सकता, तो बेंज़ोडायज़ेपाइन (एक ऐसी दवाई, जिसका उपयोग आम तौर पर चिंता के इलाज के लिए किया जाता है) इसमें थोड़ी राहत दे सकती है। लोग वर्टिगो के कारण होने वाली समस्याओं (जैसे बैलेंस न बना पाना) को वेस्टिबुलर रिहैबिलिटेशन कहलाने वाले व्यायामों की एक सीरीज़ के ज़रिए उसे ठीक करना सीख सकते हैं।

सेरेब्रोस्पाइनल फ़्लूड के लीकेज का इलाज

जिन लोगों में सेरेब्रोस्पाइनल फ़्लूड का लीकेज हो, उन्हें हॉस्पिटल में एडिट करवा दिया जाना चाहिए। अगर यह लीक कुछ ही दिनों में अपने आप बंद न हो, तो संक्रमण को रोकने के लिए इसकी सर्जरी करना या पीठ के निचले हिस्से (लंबर ड्रेन) में स्पाइनल कॉर्ड के पास एक ड्रेन पाइप डालना ज़रूरी हो सकता है।