डी क्वरवेन सिंड्रोम टेंडन या टेंडन शीथ की सूजन और जलन होती है, जो अँगूठे को बाहर की ओर निकाल देती है।
(हाथ के विकारों का विवरण भी देखें।)
ऐतिहासिक रूप से, डी क्वरवेन सिंड्रोम को ज़्यादातर अवलोकन संबंधी साक्ष्य के आधार पर कलाई के दोहराव वाले इस्तेमाल के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया था। हालांकि, कलाई के बहुत ज़्यादा इस्तेमाल, हार्मोनल प्रभावों, आनुवंशिक प्रवृत्ति और दूसरी स्थितियों सहित कई कारकों की वजह से होने की संभावना है।
डी क्वरवेन सिंड्रोम के लक्षण
डी क्वरवेन सिंड्रोम का मुख्य लक्षण कलाई में अंगूठे की तरफ और अंगूठे के निचले हिस्से में दर्द होता है, जो हिलने-डुलने पर और भी पीड़ादायक हो जाता है। अंगूठे का निचला हिस्सा कलाई के पास नर्म होता है।
डी क्वरवेन सिंड्रोम का निदान
डॉक्टर की जांच
डॉक्टर डी क्वरवेन सिंड्रोम होने की पुष्टि तब करते हैं, जब उन्हें आमतौर पर कलाई में अंगूठे की तरफ, सूजन के साथ दो टेंडन पर कोमलता दिखाई देती है। सूजन का पता लगाने के लिए, डॉक्टर लोगों से कहते हैं कि वे अपने अंगूठे को उंगलियों से ढककर मुट्ठी बांधें। इसके बाद उन्हें अपनी कलाई को अंगूठे से दूर मोड़ना होता है। अगर यह करने पर, कलाई में अंगूठे की तरफ दर्द हो, तो लोगों को डी क्वरवेन सिंड्रोम हो सकता है।
डी क्वरवेन सिंड्रोम का उपचार
कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन
अंगूठे में लगने वाला स्प्लिंट
कभी-कभी सर्जरी
जिन लोगों को डी क्वरवेन सिंड्रोम है, उन्हें दर्द देने वाली गतिविधियों से बचना चाहिए। जिन लोगों में इसके हल्के लक्षण हैं, उन्हें आराम करने, गर्म पानी से सिंकाई करने और बिना स्टेरॉइड वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएँ (NSAID) लेने से राहत मिल सकती है।
गंभीर लक्षणों वाले लोग आमतौर पर कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन के उपचार और अंगूठे में स्प्लिंट लगने के बाद बेहतर महसूस करते हैं। कभी-कभी कुछ सप्ताह के अंतराल पर एक या दो और इंजेक्शन भी लगवाने पड़ सकते हैं।
अगर ये सारे उपचार काम न करें, तो टेंडन को फ़्री करने के लिए सर्जरी करवानी पड़ सकती है।