वाहिकाओं की वृद्धियां और अपरचनाएं (एंजियोमा) असामान्य रूप से घनी रक्त या लिंफ (लसीका) वाहिकाओं का संग्रह होती हैं जो आमतौर पर त्वचा में और उसके नीचे स्थित होती हैं और इनसे त्वचा लाल या बैंगनी हो जाती है।
वाहिकाओं की कई वृद्धियां और अपरचनाएं जन्म के समय या उसके कुछ ही समय बाद बन जाती हैं।
डॉक्टर इन वृद्धियों और अपरचनाओं की निदान आमतौर पर इनकी विशेष स्वरुप से करते हैं।
इनका इलाज, उपस्थित वृद्धि या अपरचना के प्रकार पर निर्भर करता है।
(त्वचा वृद्धियों का संक्षिप्त विवरण भी देखे।)
वाहिकाओं की वृद्धियों और अपरचनाओं में शामिल हैं
इनमें से कुछ जन्म के समय या उसके कुछ ही समय बाद हो जाती हैं और उन्हें जन्मजात निशान कहा जा सकता है।
इन विभिन्न वृद्धियों और अपरचनाओं की पहचान आमतौर पर उनके स्वरुप से हो जाती है, इसलिए बायोप्सी की दुर्लभ मामलों में ही ज़रूरत पड़ती है।
नवजात शिशुओं में से एक-तिहाई तक में वाहिकाओं की कोई-न-कोई वृद्धि या अपरचना होती है (वाहिकीय जन्मजात निशान) और उनमें से अधिकतर अपने-आप ठीक हो जाती हैं।
वृद्धि या अपरचना पर निर्भर करते हुए कभी-कभी इलाज की ज़रूरत पड़ती है।