कोविड-19 से पीड़ित लोग, विशेष रूप से गंभीर रूप से बीमार में हो सकता है अचानक किडनी में ख़राबी (किडनी में एक्यूट चोट) विकसित हो जाए।
कोविड-19 से पीड़ित लोगों में मृत्यु का जोखिम तब बढ़ जाता है, जब उन्हें एक्यूट किडनी इंजरी भी होती है। कोविड-19 से पीड़ित लोगों में AKI के विकसित होने के जोखिम को बढ़ाने वाले कारकों में निम्नलिखित शामिल हैं:
आयु
नस्ल (अश्वेत लोग में जोखिम कहीं ज़्यादा होता हैं)
कुछ अन्य गंभीर किस्म के चिकित्सा विकारों, जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) और हृदय रोगों की मौजूदगी
मैकेनिकल वेंटिलेशन की ज़रूरत
शॉक, जिसमें ब्लड प्रेशर को सही बनाए रखने के लिए दवाओं की ज़रूरत पड़ती है
यह स्पष्ट नहीं है कि कोविड-19 से पीड़ित लोगों में एक्यूट किडनी इंजरी क्यों होती है। सवालों में निम्नलिखित शामिल होते हैं:
इस्केमिया (ऊतकों को पर्याप्त मात्रा में रक्त की आपूर्ति ना होना) वायरस के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया के कारण होता है
वायरस के कारण शरीर में प्रतिक्रियास्वरूप होने वाली सूजन
कोविड-19 के वायरस से किडनी का सीधे क्षतिग्रस्त होना
इसके लक्षण और रक्त व मूत्र परीक्षण के परिणाम, अन्य विकारों के कारण हुई एक्यूट किडनी इंजरी से ही मिलते-जुलते होते हैं।
डॉक्टर कोविड-19 में किडनी में एक्यूट चोट का इलाज सहायक देखभाल प्रदान करके किया जाता हैं, जिसमें निम्न शामिल हैं
इंट्रावीनस फ़्लूड और/या ब्लड ट्रांसफ़्यूज़न
इलेक्ट्रोलाइट्स में असंतुलन की निगरानी और सुधार
ज़रूरी हो तो डायलिसिस
अगर रक्त का डायलिसिस ज़रूरी हो, तो रक्त में क्लॉटिंग को रोकने के लिए एंटीकोग्युलेन्ट (रक्त को पतला करने वाले) दवा दि जाती है।