- इसोफ़ेगस का विवरण
- इसोफ़ेजियल जख्मों का विवरण
- इसोफ़ेजियल बाधाओं का विवरण
- भोजन का असामान्य रूप से आगे जाना
- एकैलेसिया
- डिस्फेजिया ल्यूसोरिया
- इओसिनोफिलिक इसोफ़ेजाइटिस
- इसोफ़ेजियल पाउच (डायवर्टीकुला)
- इसोफ़ेजियल टूट-फ़ूट
- इसोफ़ेजियल ऐंठन
- इसोफ़ेजियल वेब्स
- गैस्ट्रोइसोफ़ेजियल रिफ्लक्स रोग (GERD)
- हिआटस हर्निया
- इसोफ़ेगस का संक्रमण
- निचली इसोफ़ेजियल रिंग
- मैलोरी-वीस सिंड्रोम
- गले में आगे चलाने से जुड़े विकार
इसोफ़ेगस (खोखली नली, जो गले से होकर पेट की ओर जाती है) इतनी जल्दी जख़्मी नहीं होता है, लेकिन पेट से एसिड के बैकफ्लो (गैस्ट्रोइसोफ़ेजियल रिफ़्लक्स या GERD) से यह धीरे-धीरे जख़्मी हो सकता है। कास्टिक या एसिड वाले रसायनों को निगलने, तकलीफ़दायक दवाओं या नुकीली वस्तुओं से अथवा अत्यधिक दबाव से इसोफ़ेगस अचानक जख़्मी भी हो सकता है। तेज़ उल्टी के दौरान अत्यधिक दबाव हो सकता है, और तेज़ उल्टी से इसोफ़ेगस में टूट-फ़ूट पैदा हो सकती है। इसोफ़ेगस की टूट-फ़ूट से बहुत गंभीर जख्म होता है। यह चोट बिरले ही होती है और सर्जिकल प्रक्रियाओं या उल्टी अथवा भोजन में किसी बड़ी चीज़ को निगलने के कारण हो सकती है।
इसोफ़ेजियल घाव के लक्षण
इसोफ़ेगस के अचानक होने वाले जख्म आमतौर पर दर्द का कारण बनते हैं, अक्सर उरोस्थि के नुकीले तेज दर्द के रूप में महसूस किया जाता है। इनसे रक्तस्राव भी हो सकता है और उल्टी या मल में रक्त दिखाई दे सकता है। इस दर्द के कारण बेहोशी हो सकती है, खास तौर पर अगर इसोफ़ेगस में टूट-फ़ूट हो जाती है। इस टूटने से भोजन सामग्री मीडियोस्टीनम (सामने स्टेर्नम से घिरे छाती के क्षेत्र, पीठ में रीढ़ की हड्डी के स्तंभ, ऊपर छाती गुहा के प्रवेश द्वार और नीचे डायाफ़्राम) में फैल जाती है और मीडियास्टीनाइटिस का कारण बनती है।
इसोफ़ेजियल घाव का निदान और उपचार
जख्म पर निर्भर करता है
इसोफ़ेगस के जख्मों का निदान करने के लिए डॉक्टर विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। विधियों में ऊपरी एंडोस्कोपी और विभिन्न प्रकार के एक्स-रे शामिल हैं।
इसोफ़ेगस की चोटों का उपचार जख्म के कारण पर निर्भर करता है।