इस अध्याय में अन्य विषय
- इंटीग्रेटिव, कॉम्प्लीमेंटरी और अल्टरनेटिव मेडिसिन का विवरण
- कॉम्प्लीमेंटरी और अल्टरनेटिव मेडिसिन के प्रकार
- एक्यूपंक्चर
- आयुर्वेद
- बायोफीडबैक
- किलेशन थेरेपी
- काइरोप्रैक्टिक
- कपिंग
- आहार थेरेपी
- निर्देशित कल्पना
- होम्योपैथी
- सम्मोहन चिकित्सा
- मैग्नेट थेरेपी
- मसाज थेरेपी
- मैडिटेशन
- मॉक्सीबश्चन
- नेचुरोपैथी
- रिफ्लेक्सोलॉजी
- रैकी
- आराम की तकनीकें
- स्क्रैपिंग
- थेराप्युटिक स्पर्श
- पारंपरिक चीनी दवाई (TCM)
मॉक्सीबश्चन (एक मेनिपुलेटिव और शरीर आधारित अभ्यास) एक ऐसा थेरेपी है जिसे पारंपरिक चीनी इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। सूखी मॉक्सा जड़ी-बूटी (एक मगवॉर्ट) का इस्तेमाल किया जाता है जिसे आमतौर पर त्वचा पर, एक्यूपंक्चर के बिंदुओं के ऊपर जलाया जाता है, लेकिन कभी-कभी सीधे त्वचा पर भी जलाया जाता है। जड़ी-बूटी अगरबत्ती या धूप के रूप में हो सकती है।
जिस तरह की स्थितियों का इलाज एक्यूपंक्चर से किया जाता है, उसी तरह की स्थितियों का इलाज करने के लिए मॉक्सीबशन का उपयोग भी किया जाता है, जैसे कि दर्द, सिरदर्द और लंबे समय से बनी हुई थकान।
मॉक्सीबश्चन से गोल दाग (जो सिगरेट की नोक से जलने जैसा दिखता है) और फफोला बन सकता है।
(इंटीग्रेटिव, कॉम्प्लीमेंटरी और अल्टरनेटिव मेडिसिन का विवरण भी देखें।)
अपना ज्ञान परखेंएक क्वज़ि लें!