एस-एडेनोसाइल-एल-मीथियोनीन (SAMe) मानव शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला केमिकल है, जो मुख्य रूप से लिवर द्वारा बनाया जाता है। इसे सप्लीमेंट के रूप में सिंथेटिक तरीके से भी बनाया जाता है।
(डाइटरी सप्लीमेंट का विवरण भी देखें।)
SAMe के लिए दावे
ऐसा माना जाता है कि SAMe, डिप्रेशन, ऑस्टिओअर्थराइटिस, और पित्ताशय और लिवर के विकारों का प्रभावी तौर पर इलाज करता है। यह ऑस्टिओअर्थराइटिस से पीड़ित लोगों की कार्यशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। कुछ लोग यह भी दावा करते हैं, कि SAMe, अटेंशन-डेफिसिट/हायपरएक्टिव डिसऑर्डर (ADHD) और फ़ाइब्रोमाइएल्जिया के इलाज में भी मदद कर सकता है।
SAMe के लिए प्रमाण
अब तक किए गए वैज्ञानिक अध्ययन स्पष्ट रूप से यह प्रमाणित नहीं करते हैं, कि SAMe के ज़्यादातर स्वास्थ्य लाभ मिलने के दावे सच्चे हैं, इसलिए इस दिशा में अभी और शोध करने की आवश्यकता है।
हालांकि, 2002 के एक विश्लेषण में 2 अध्ययनों की समीक्षा में बताया गया कि ऑस्टिओअर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में कार्यात्मक सीमाओं (लेकिन दर्द नहीं) के इलाज में SAMe भी बिना स्टेरॉइड वाली एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAID) जितना ही असरदार था, और इसमें NSAID के उपयोग से होने वाले आम दुष्प्रभाव भी नहीं थे।
कुछ अध्ययनों में, एक एंटीडिप्रेसेंट के साथ में इस्तेमाल किया गया SAMe उन लोगों के लिए उपयोगी था जिनकी डिप्रेशन की समस्या में सिलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इन्हिबिटर (SSRI) से इलाज करने पर भी कोई कमी नहीं आई, लेकिन बाद के अध्ययनों में इस लाभ की पुष्टि नहीं की गई।
SAMe के दुष्प्रभाव
इसके कोई गंभीर दुष्प्रभाव रिपोर्ट नहीं किए गए हैं। जिन लोगों को बायपोलर विकार है, उन्हें SAMe का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने पर मेनिया के मामले हो सकते हैं।
SAMe के दुष्प्रभाव असामान्य हैं, और जब वे होते हैं, तो इनमें आम तौर पर मतली, गैस, दस्त, कब्ज, मुँह सूखना या सिरदर्द जैसी छोटी समस्याएँ ही होती हैं।
SAMe के साथ दवा का इंटरैक्शन
SAMe के साथ क्लोमिप्रामाइन जैसी कुछ एंटीडिप्रेसेंट दवाओं से सेरोटोनिन का स्तर बढ़ सकता है, जिसके कारण सेरोटोनिन सिंड्रोम हो सकता है, जो एक गंभीर विकार है, जिसमें बुखार, भ्रम, दिल की तेज़ धड़कन, चिंता, कंपन और अन्य लक्षण हो सकते हैं। SAMe के उपयोग से लीवोडोपा के स्तर भी कम हो सकते हैं (जिन लोगों को पार्किंसन रोग है, उनमें कमी होती है) और इस तरह उन दवाओं की प्रभावशीलता कम हो जाती है, जिनका उद्देश्य लीवोडोपा के स्तर को बढ़ाकर पार्किंसंस रोग का इलाज करना है।
SAMe के लिए सुझाव
चूंकि सेरोटोनिन का स्तर बढ़ सकता है और इससे सेरोटोनिन सिंड्रोम हो सकता है, इसलिए जो लोग कुछ खास एंटीडिप्रेसेंट जैसे कि क्लोमिप्रामाइन के साथ SAMe लेने के बारे में सोच रहे हैं, उन्हें अपने डॉक्टर से जोखिमों के बारे में बात करनी चाहिए। पार्किंसन रोग से पीड़ित लोगों को SAMe लेने से परहेज़ करना चाहिए, क्योंकि यह पार्किंसन रोग के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाओं के लाभ को कम कर सकता है। कुल मिलाकर, ऐसा लगता है कि SAMe ज़्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है।
अधिक जानकारी
निम्नलिखित अंग्रेजी-भाषा संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इस संसाधन की विषयवस्तु के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ नेशनल सेंटर फ़ॉर कॉम्प्लीमेंटरी एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ: एस-एडेनोसाइल-एल-मीथियोनीन (SAMe): पूर्ण जानकारी