केरटोसिस पिलारिस एक आम विकार है जिसमें त्वचा की ऊपरी परत से झड़ने वाली मृत कोशिकाएँ हेयर फ़ॉलिकल के मुख को जाम कर देती हैं।
केरटोसिस पिलारिस का ठीक-ठीक कारण ज्ञात नहीं है, पर इसमें वंशानुगतता की अक्सर भूमिका होती है। साथ ही, एटोपिक डर्माटाईटिस और मौसमी एलर्जी से ग्रस्त लोगों में गंभीर केरटोसिस पाइलेरिस होने की संभावना अधिक होती है। हालांकि, केरटोसिस पिलारिस कोई हाइपरसेंसिटिविटी का या प्रतिरक्षा तंत्र का विकार मालूम नहीं देता है।
केरटोसिस पिलारिस के लक्षण
केरटोसिस पिलारिस में होने वाले उभार छोटे, त्वचा जैसे रंग के, या लाल, और सूखे होते हैं। वे हेयर फ़ॉलिकल पर बनते हैं और उनके कारण त्वचा छूने में खुरदरी लगती है। कभी-कभी उनके मध्य भाग में कील होती हैं जो छोटे मुँहासों जैसी दिखती हैं। आम तौर पर इन उभारों में खुजली या दर्द नहीं होता है और इनसे केवल सुंदरता संबंधी समस्या होती है, पर कभी-कभी इनमें भी खुजली होती है।
अधिकतर मामलों में बाँहों का ऊपरी भाग, जाँघें, और कूल्हे प्रभावित होते हैं। ये उभार चेहरे पर भी हो सकते हैं, विशेष रूप से बच्चों में।
ठंडे मौसम में ये उभार होने की संभावना अधिक होती है और वे गर्मी में चले जाते हैं।
त्वचा लाल दिख सकती है।
केरटोसिस पिलारिस का निदान
डॉक्टर द्वारा त्वचा की जांच
आम तौर पर डॉक्टर मुख्यतः प्रभावित होने वाले स्थानों में त्वचा देखने व छूने में कैसी लगती है इस बात के आधार पर केरटोसिस पिलारिस का निदान करते हैं।
केरटोसिस पिलारिस का उपचार
विशेष स्किन मॉइस्चराइजर या अन्य क्रीम, जैल, और लोशन
कभी-कभी लेजर ट्रीटमेंट
केरटोसिस पिलारिस के उपचार की तब तक ज़रूरत नहीं है जब तक कि व्यक्ति उभारों की दिखावट से परेशान न होता हो।
जिन मॉइस्चराइजर में पेट्रोलेटम और सैलिसिलिक एसिड या पेट्रोलेटम और पानी होता है, वे उभारों को समतल करने में मदद कर सकते हैं। पेट्रोलेटम और सैलिसिलिक एसिड या पेट्रोलेटम और पानी से युक्त स्किन मॉइस्चराइजर, लैक्टिक एसिड के लोशन या क्रीम, यूरिया की क्रीम, सैलिसिलिक एसिड का जैल या प्रिस्क्रिप्शन पर मिलने वाले एक्सफ़ोलीएटिंग उपचार जो क्रीम या जैल के रूप में त्वचा पर लगाए जाते हैं और जिनमें रेटिनॉइड होते हैं, रेटिनॉइड ऐसे पदार्थ हैं जो विटामिन A से प्राप्त होते हैं। इन एक्सफ़ोलीएटिंग उपचारों में ट्रेटिनॉइन, एडापेलीन और टाज़ारोटीन शामिल हैं। त्वचा पर लगाई जाने वाली टेक्रोलिमस और एज़ेलेक एसिड भी प्रभावी हो सकते हैं। छोटे बच्चों को एसिड क्रीम नहीं लगानी चाहिए क्योंकि उनसे जलन और चुभन होती है।
यदि चेहरे पर लालिमा हो और वह व्यक्ति को परेशान करती हो तो डॉक्टर उसके उपचार के लिए लेजर का उपयोग कर सकते हैं (साइडबार त्वचा समस्याओं के उपचार के लिए लेजर का उपयोग देखें)।
उपचार रोके जाने पर केरटोसिस पिलारिस के दोबारा होने की संभावना होती है।