पल्मोनरी फ़ंक्शन की टेस्टिंग (PFT)

इनके द्वाराThe Manual's Editorial Staff
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया फ़र॰ २०२३

पल्मोनरी फ़ंक्शन की जांच क्या है?

पल्मोनरी का अर्थ है, आपके फेफड़े। पल्मोनरी फ़ंक्शन की जांच से यह पता चलता है कि आपके फेफड़े ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं।

  • इस जांच के दौरान, आपसे एक नली से साँस लेने और छोड़ने के लिए कहा जाता है, यह नली पल्मोनरी फ़ंक्शन डिवाइस से जुड़ी होती है

  • यह डिवाइस मापता है कि आपके फेफड़े कितनी सांस खींच रहे हैं और कितनी सांस बाहर निकाल रहे हैं और सांस की गति कितनी तेज़ है

  • पल्मोनरी फ़ंक्शन से फेफड़ों में बीमारी का पता लगाया जाता है जैसे, अस्थमा या एम्फ़सिमा

डॉक्टर पल्मोनरी फ़ंक्शन की जांचें कैसे करते हैं?

इसके लिए डॉक्टर कई तरह के डिवाइसों का इस्तेमाल करते हैं। सबसे सामान्य डिवाइस इस प्रकार हैं:

  • स्पाइरोमीटर

  • पीक फ़्लो मीटर

स्पाइरोमीटर

स्पाइरोमीटर एक उपकरण है जिसमें आप साँस लेते हैं यह मापने के लिए कि आपके फेफड़े कितनी हवा पकड़ सकते हैं और कितनी तेजी से आप अपने फेफड़ों से हवा बाहर निकाल सकते हैं। डॉक्टर स्पाइरोमीटर का उपयोग करके यह देखते हैं कि:

  • आपके श्वसन तंत्र में कोई ब्लॉकेज तो नहीं है

  • आपके फेफड़े सांस को कितनी देर तक रोक पाते हैं

  • आपकी सांस लेने वाली मांसपेशियाँ कितनी मज़बूत हैं

स्पाइरोमीटर

स्पाइरोमीटर का उपयोग यह मापने के लिए किया जा सकता है कि फेफड़े सांस को कितनी देर तक रोक सकते हैं और कितनी जल्दी बाहर छोड़ सकते हैं।

पीक फ़्लो मीटर

पीक फ़्लो मीटर से सिर्फ़ यह मापा जाता है कि आप अपने फेफड़ों से कितनी तेजी से सांस बाहर छोड़ सकते हैं। यह एक छोटा सा डिवाइस होता है, जिसे आप हाथ में पकड़ सकते हैं। यदि आपको अस्थमा है, तो डॉक्टर आपको घर पर उपयोग करने के लिए एक पीक फ़्लो मीटर दे सकता है, ताकि आप अपने फेफड़ों की सामान्य जांच कर सकें।

डॉक्टर पल्मोनरी फ़ंक्शन टेस्ट क्यों करते हैं?

डॉक्टर यह देखने के लिए पल्मोनरी फ़ंक्शन टेस्ट करते हैं कि आपके फेफड़े ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। वे यह टेस्ट इसलिए भी करते हैं, ताकि यह पता चल सके कि आपको कोई बीमारी है या कोई ऐसी बीमारी होने की संभावना है जो आपके फेफड़ों या सांस लेने वाली मांसपेशियों पर असर डाल सकती है, जैसे कि:

डॉक्टर पल्मोनरी फ़ंक्शन टेस्ट करके निम्नलिखित बातों का पता लगाते हैं:

  • आपको किस प्रकार की फेफड़ों की बीमारी हो सकती है

  • आपकी फेफड़ों की बीमारी कितनी गंभीर है

  • आपकी सांस लेने की दवा का ठीक असर हो रहा है या नहीं