ब्रोंकोस्कोपी

इनके द्वाराThe Manual's Editorial Staff
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया फ़र॰ २०२३

ब्रोंकोस्कोपी क्या है?

फेफड़ों की जांच करने की तकनीक को ब्रोंकोस्कोपी कहते हैं। इसके लिए डॉक्टर पहले आपको नींद की दवा देता है और फिर आपकी नाक या मुंह के माध्यम से आपके फेफड़ों में एक स्कोप (पाइप जैसा लचीला यंत्र) डालता है। इस स्कोप से डॉक्टर:

  • यह देखता है कि आपके फेफड़ों के किस हिस्से से खून बह रहा है

  • म्युकस के नमूने लेता है, ताकि हर तरह के इन्फेक्शन की जांच हो सके

  • कैंसर की जांच के लिए ऊतक का एक छोटा सा हिस्सा निकालता है

  • आपके फेफड़ों से कोई बाहरी तत्व निकालता है

ब्रोंकोस्कोपी

वायुमार्ग को सीधे देखने के लिए, डॉक्टर एक लचीले ब्रोन्कोस्कोप को एक व्यक्ति के नथुने से और नीचे वायुमार्ग में भेजता है। डॉक्टर को इस जांच में जो भी दिखता है वह गुलाबी रंग के गोले में बताया गया है।

ब्रोंकोस्कोपी के दौरान क्या होता है?

इस प्रक्रिया के दौरान, आपको आराम देने के लिए या कभी-कभी नींद की दवाइयाँ दी जाती हैं। आपकी सुरक्षा के लिए, आपको ब्रोंकोस्कोपी के 6 घंटे पहले से कुछ नहीं खाना चाहिए।

  • डॉक्टर आपके गले में सुन्न करने वाली दवाई को स्प्रे करते हैं

  • डॉक्टर छोटी लचीली ट्यूब को आपकी नाक या मुंह से और आपके फेफड़ों में पिरोते हैं

ब्रोंकोस्कोपी के दौरान, डॉक्टर कई प्रोसीजर कर सकता है, जैसे:

  • आपके फेफड़ों में नमक वाला पानी डालकर उसे वापस खींच सकता है, ताकि यह देख सके कि कोई इन्फेक्शन या कैंसर से प्रभावित कोशिका तो नहीं है

  • स्कोप से डाले गए फोरसेप या सुई से बायोप्सी (माइक्रोस्कोप से जांचने के लिए ऊतक का नमूना) कर सकता है

ब्रोंकोस्कोपी के बाद, आपके पूरी तरह होश में आने तक 2 से 4 घंटों के लिए डॉक्टर आपको निगरानी में रखता है। अगर उन्होंने बायोप्सी की है, तो आमतौर पर आपकी छाती का एक्स-रे करवाया जाता है, ताकि यह पता चल सके कि आपको कोई समस्या तो नहीं हुई जैसे, फेफड़ों का सिकुड़ना

डॉक्टर ब्रोंकोस्कोपी क्यों करते हैं?

डॉक्टर निम्नलिखित समस्याओं का पता लगाने के लिए ब्रोंकोस्कोपी करते हैं:

  • फेफड़ों से खून आना

  • फेफड़ों का कैंसर

  • धूम्रपान या किसी अन्य तरह के धुएं में सांस लेने के कारण फेफड़ों को हुआ नुकसान

  • श्वसन मार्ग में खाने की कोई चीज़ फंस जाना, जैसे मूंगफली का दाना