दवाइयों का विवरण

इनके द्वाराShalini S. Lynch, PharmD, University of California San Francisco School of Pharmacy
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मई २०२२ | संशोधित सित॰ २०२२

अमेरिकी कानून द्वारा किसी भी ऐसे तत्व (भोजन या किसी साधन के अलावा) को दवा परिभाषित किया गया है जिसका उपयोग बीमारी की जांच, इलाज, राहत, उपचार, या रोकथाम करने अथवा शरीर की संरचना या कार्य व्यवहार को प्रभावित करने के लिए अभीष्ट होता है। (मौखिक गर्भनिरोधक ऐसी दवाओं का एक उदाहरण है जो किसी बीमारी के बजाय शरीर के कार्य व्यवहार को प्रभावित करती हैं।) किसी दवा की यह विस्तृत परिभाषा, हालांकि कानूनी उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन रोज़ाना उपयोग के लिए जटिल है। दवा की एक अधिक सरल लेकिन व्यावहारिक परिभाषा कोई भी ऐसा रसायन या जैविक तत्व है जो शरीर और उसकी प्रक्रियाओं पर प्रभाव डालता है।

कुछ लोग दवा शब्द का उपयोग गलत तरीके से करते हैं कि इसका अर्थ केवल वह तत्व होता है जो एक आनंद देने वाली उत्तेजना पैदा करता है। इलाज की ज़रूरत के बिना मानसिक-बदलाव करने वाले तत्वों का अत्यधिक और लगातार उपयोग पूरे दर्ज किए गए इतिहास में दवाओं के उचित चिकित्सकीय उपयोग के साथ जुड़ा रहा है। कुछ दवाइयाँ जो इस श्रेणी में आती हैं उनके वैध चिकित्सकीय उद्देश्य होते हैं, और अन्य के नहीं होते (पदार्थ-संबंधी विकारों का विवरण देखें)।

प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएँ या बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएँ

कानून द्वारा, दवाओं को दो श्रेणियों में बाँटा गया है: प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएँ और बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएँ।

प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएँ—जिन्हें केवल चिकित्सकीय देखभाल के अंतर्गत सुरक्षित माना जाता है—केवल सरकारी विशेषाधिकारों वाले लाइसेंस प्राप्त पेशेवर के प्रिस्क्रिप्शन के साथ ही दिया जा सकता है (उदाहरण के लिए, कोई डॉक्टर, डेंटिस्ट, पोडियाट्रिस्ट, नर्सिंग पेशेवर, फ़िज़िशियन का सहायक, या पशुचिकित्सक)।

बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएँ—जिन्हें बिना चिकित्सकीय देखभाल के उपयोग के लिए सुरक्षित माना जाता है, (जैसे एस्पिरिन)—बिना पर्चे के बेचे जाते हैं। अमेरिका में, फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) वह सरकारी एजेंसी है जो तय करती है कि कौनसी दवाओं के लिए प्रिस्क्रिप्शन की ज़रूरत है और किन्हें दुकानों पर बिना पर्ची के बेचा जा सकता है।

डाइटरी सप्लीमेंट (उदाहरण के लिए, औषधीय जड़ी-बूटियाँ और औषधीय-पोषकतत्व) वे उत्पाद होते हैं जो भोजन के पूरक बनते हैं। इन उत्पादों में विटामिन, एमिनो एसिड, खनिज, और जड़ी-बूटियाँ या पौधों से ली गई अन्य सामग्रियाँ (वानस्पतिक) हो सकती हैं। चूँकि डाइटरी सप्लीमेंट को दवा के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है, इसलिए उन्हें मार्केटिंग के पहले FDA की स्वीकृति की ज़रूरत नहीं होती और उन्हें सुरक्षा और असर के लिए दवा के समान मानकों का पालन नहीं करना होता। चूँकि इन उत्पादों को सुरक्षा और असर के लिए FDA की स्वीकृति की ज़रूरत नहीं होती, इसलिए निर्माता दावा नहीं कर सकते कि उत्पाद किसी विशेष अस्वस्थता को ठीक करता है। डाइटरी सप्लीमेंट को यदि सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए या अधिक मात्रा में लिया जाए तो वे स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकते हैं।

दवा के नाम

दवा के नामों की कुछ जानकारी दवा उत्पाद लेबल को समझने में मदद कर सकती है। हर दवा के कम से कम तीन नाम होते हैं—एक रासायनिक नाम, एक जेनेरिक (गैर-स्वामित्व या आधिकारिक) नाम, और एक ब्रांड (स्वामित्व या ट्रेडमार्क) नाम (नाम में क्या है? साइडबार देखें)।

रासायनिक नाम दवा की आणविक या अणु संबंधी संरचना का वर्णन करता है। यह नाम सामान्य उपयोग के लिए आमतौर पर बहुत जटिल और बोझिल होता है। इसलिए एक आधिकारिक निकाय किसी दवा का एक जेनेरिक नाम निर्धारित करता है।

किसी विशेष प्रकार (वर्ग) की दवा के जेनेरिक नामों के अंत आमतौर पर एक जैसे होते हैं। उदाहरण के लिए, सभी बीटा-ब्लॉकर, जिनका उपयोग उच्च ब्लड प्रेशर का इलाज करने में किया जाता है, के नामों के अंत में "लोल" होता है (जैसे मेटोप्रोलोल और प्रोप्रेनोलोल)।

ब्रांड नाम उस फ़ार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा चुना जाता है जो दवा का उत्पादन या वितरण करती है। पेटेंट की गई दवाइयाँ आमतौर पर किसी ब्रांड नाम के तहत बेची जाती हैं। ब्रांड नाम वाली दवाइयों के जेनेरिक संस्करण-फ़ार्मास्युटिकल कंपनी का पेटेंट समाप्त हो जाने के बाद उत्पादित-को जेनेरिक नाम (उदाहरण के लिए, आइबुप्रोफ़ेन) या उत्पादक के स्वयं के ब्रांड नाम (उदाहरण के लिए, ऐडापेरिन) के तहत बेचा जा सकता है।

दवा समूह

कोई दवा किस समूह के अंतर्गत आती है इसे समझना भी उपयोगी है। मोटे तौर पर, दवाएँ थेराप्युटिक समूह द्वारा वर्गीकृत की जाती है—अर्थात्, उनका उपयोग किस विकार या लक्षण के इलाज के लिए किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, उच्च ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाइयों को एंटी-हाइपरटेंसिव कहा जाता है (हायपरटेंशन उच्च ब्लड प्रेशर के लिए एक चिकित्सकीय शब्द है), और मितली के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाइयों को एंटीमेटिक कहा जाता है (एमेसिस उल्टी आने के लिए एक चिकित्सकीय शब्द है)। हरेक थेराप्युटिक समूह में, दवाएँ वर्गों में श्रेणीबद्ध की जाती है। कुछ वर्ग इस पर आधारित होते हैं कि दवाई प्रभाव पैदा करने के लिए किस तरीके से शरीर में काम करती है। उदाहरण के लिए, डाईयूरेटिक, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर, बीटा-ब्लॉकर, और एंजिओटेंसिन-कन्वर्टिंग एंज़ाइम (ACE) इन्हिबिटर, ये सभी एंटी-हाइपरटेंसिव के वर्ग हैं जो अलग-अलग तरीके से काम करते हैं।

अधिक जानकारी

निम्नलिखित कुछ अंग्रेजी भाषा के संसाधन हैं जो उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इन संसाधनों की सामग्री के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।

  1. The Center for Information and Study on Clinical Research Participation (CISCRP): एक गैरलाभकारी संगठन जो चिकित्सकीय अनुसंधान में उनके द्वारा निभाए जाने वाली भूमिका के बारे में मरीजों, चिकित्सा अनुसंधानकर्ताओं, मीडिया, योजना निर्माताओं को शिक्षित करता और जानकारी देता है

  2. ClinicalTrials.gov: दुनिया भर में संचालित निजी और सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित नैदानिक अध्ययनों का एक डेटाबेस

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