पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफ़ी (PET स्कैन) क्या है?
PET स्कैन एक ऐसा परीक्षण है जिसका उपयोग डॉक्टर आपके अंगों और ऊतकों की तस्वीरें लेने के लिए करते हैं। सबसे पहले, डॉक्टर आपको एक रेडियोएक्टिव पदार्थ (कोई ट्रेसर) की एक छोटी मात्रा इंजेक्ट करते हैं। ट्रेसर आपके शरीर द्वारा उपयोग किए जाने वाले केमिकल से जुड़ा होता है, जैसे कि चीनी (ग्लूकोज़)। इसके बाद, डोनट के आकार की एक बड़ी मशीन, ट्रेसर की मदद से आपके शरीर का स्कैन करती है। कंप्यूटर इन स्कैनों को लेता है और यह जानने के लिए कई सारी पूरी तस्वीर बनाता है कि आपके शरीर के अंदर सब कैसा चल रहा है। हर तस्वीर आपके शरीर के एक हिस्से से ली गई स्लाइस की तरह दिखती है। कंप्यूटर आपके शरीर के अंदर की 3-D इमेज भी बना सकता है।
PET स्कैन यह दिखाने का एक बेहतर माध्यम हैं कि आपका मस्तिष्क या हृदय कितनी अच्छी तरह काम कर रहा है
डॉक्टर कैंसर का पता लगाने के लिए या कैंसर कितना फैल गया है इसकी जांच करने के लिए PET स्कैन करते हैं
इससे आप एक एक्स-रे की तुलना में अधिक रेडिएशन के संपर्क में आते हैं
PET स्कैन महंगे होते हैं और कुछ जगहों पर उपलब्ध नहीं हैं
मुझे PET स्कैन की आवश्यकता क्यों होगी?
डॉक्टर कई तरह की समस्याओं के लिए PET स्कैन का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
आपके रक्त प्रवाह में समस्याएं
आपके मस्तिष्क या हृदय के कार्य में समस्याएं
कैंसर का पता लगाने के लिए
यह जांचने के लिए कि आपके कैंसर का उपचार कितनी अच्छी तरह काम कर रहा है या कहीं आपका कैंसर फैल तो नहीं गया है
PET स्कैन के दौरान क्या होता है?
जांच से पहले
आपके डॉक्टर आपको परीक्षण से पहले कुछ समय के लिए अल्कोहल, कैफ़ीन, तंबाकू या कुछ खास दवाओं के सेवन को रोकने के लिए कहेंगे। अपने डॉक्टर को बताएं अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं।
जांच के दौरान
डॉक्टर आपकी शिरा में इंजेक्शन लगाकर आपको ट्रेसर देते हैं। ट्रेसर को आपके शरीर से होकर गुज़रने में 30 से 60 मिनट लगते हैं।
आप एक संकरी, गद्देदार टेबल पर लेटेंगे। डॉक्टर टेबल को, डोनट के आकार के स्कैनर के बीच में सरकाएंगे। जब तक कि मशीन आपको स्कैन नहीं कर लेती, आप लगभग 45 मिनट तक बिना हिले-डुले लेटे रहेंगे। आपको क्लिक या सीटी की आवाजें सुनाई पड़ सकती हैं। कभी-कभी डॉक्टर आपके मस्तिष्क को स्कैन करते समय आपसे कुछ गतिविधियां करने के लिए कहते हैं, जैसे सवालों के जवाब देना।
जांच के बाद
आप अपनी सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू कर सकते हैं।
PET स्कैन कराने के क्या जोखिम हैं?
विकिरण
एक एक्स-रे की तुलना में आप PET स्कैन में अधिक रेडिएशन के संपर्क में आते हैं। डॉक्टर यही कोशिश करते हैं कि आप अपने पूरे जीवन में रेडिएशन की एक सीमित मात्रा से ज़्यादा के संपर्क में न आएं। बहुत अधिक रेडिएशन से आपको कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है।
ट्रेसर से प्रतिक्रियाएं
PET स्कैन के दौरान उपयोग किए जाने वाले ट्रेसर से एलर्जिक प्रतिक्रिया न के बराबर होती है लेकिन कुछ लोगों को हो सकती है।