डराना-धमकाना

इनके द्वाराThe Manual's Editorial Staff
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया सित॰ २०२३

डराना-धमकाना क्या है?

डराने-धमकाने का अर्थ है किसी अन्य व्यक्ति को कार्यों (जैसे किसी को मारना या उसकी चीजें तोड़ना) या शब्दों (चिढ़ाना, परेशान करना या धमकी देना) के ज़रिए चोट पहुँचाना। पीड़ित की अपेक्षा डराने-धमकाने वाला (उम्र और कदकाठी में) बड़ा, मज़बूत या अधिक मशहूर हो सकता है।

डराना-धमकाना कई जगहों पर हो सकता है, जैसे कि घर, स्कूल या कार्यस्थान पर। यह एक बार या कई बार हो सकता है।

  • लड़के और लड़कियों दोनों को डराया-धमकाया जा सकता है

  • डराने-धमकाने की घटना प्रीस्कूल से वयस्कावस्था तक किसी भी उम्र में देखी जा सकती है

  • कई छात्रों को ईमेल, टेक्स्ट मैसेज और सोशल मीडिया के माध्यम से डराया-धमकाया जाता है (इसे साइबरबुलिंग कहा जाता है)

  • डराना-धमकाना या इसका शिकार होना बाल्यावस्था का सामान्य हिस्सा नहीं है

सेक्सटिंग, डिजिटल रूप से किसी को यौन संदेश या तस्वीरें भेजना होता है। यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य की तस्वीरें या सेक्शुअल मैसेज को शेयर कर उसे चोट पहुँचाना या शर्मिंदा करना चाहता है, तो इस सेक्स्टिंग को डराने-धमकाने का कारण माना जा सकता है।

इस बारे में कैसे बताया जा सकता है कि किसी को डराया-धमकाया जा रहा है?

जिन लोगों को डराया-धमकाया जाता है, उनके व्यवहार में निम्न समस्याएं आ सकती हैं:

  • उदास

  • शर्मिंदा

  • चोटिल

  • परेशान

  • आत्म-सम्मान में कमी

डराने-धमकाने का शिकार बच्चा इस बारे में एक वयस्क को बताने में शर्मिंदगी महसूस कर सकता है। शिक्षक और माता-पिता प्रायः यह नहीं समझ या महसूस कर पाते हैं कि एक बच्चे को डराया-धमकाया जा रहा है। बहुत से पीड़ितों को डराने-धमकाने से शारीरिक और/या भावनात्मक रूप से नुकसान होता है।

इसके अलावा, डराने-धमकाने वाले खुद नकारात्मक व्यवहार सीखते हैं, जिन्हें अगर ठीक नहीं किया जाता है, तो बाद में हिंसा हो सकती है। डराने-धमकाने वालों के स्कूल में रहने, नौकरी करने या वयस्कों के रूप में स्थिर संबंध रखने की संभावना कम होती है और बाद के जीवन में उनके जेल जाने की संभावना अधिक होती है।

अगर कोई मुझे डरा-धमका रहा हो, तो मुझे क्या करना चाहिए?

डराना-धमकाना गलत बात है। अगर कोई आपको डराता-धमकाता है, तो आप यह कर सकते हैं:

  • एक वयस्क को इस बारे में बताएँ

  • वहाँ से भाग जाएँ

  • अपनी दैनिक गतिविधि में बदलाव करें, ताकि आपका डराने-धमकाने से बचाव हो सके

  • किसी थैरेपिस्ट या काउंसलर से बात करें

  • डराने-धमकाने वाली हरकतों को नज़रअंदाज़ करने का नाटक करें, ताकि डराने-धमकाने में दिलचस्पी कम हो जाए

अगर डराने-धमकाने की घटना स्कूल में होती है, तो स्कूल के अधिकारियों को इस बारे में बताएँ।

अगर किसी और को डराया-धमकाया जाता हुआ देखूँ, तो मुझे क्या करना चाहिए?

डराने-धमकाने की घटना को नज़रअंदाज़ न करें। जब आप डराने-धमकाने की घटना देखते हैं, तो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पर तुरंत कार्रवाई करें।

यदि आपके बच्चे को डराया-धमकाया जाता है, तो:

  • स्कूल के अधिकारियों को इस बारे में बताएँ

  • अपने बच्चे को याद दिलाएँ कि डराना-धमकाने की घटना कभी ठीक नहीं होती

  • अपने बच्चे से कहें कि वह डराने-धमकाने वाले को नज़रअंदाज़ करने की कोशिश करे

  • डराने-धमकाने वाले के माता-पिता से बात करें (लेकिन उन पर गुस्सा न करें बल्कि उनके बच्चे के बुरे व्यवहार के बारे में उन्हें बताएँ), और डराने-धमकाने वाले से माफी मँगवाएँ तथा उससे कहें कि आगे से वह डराया-धमकाया न करे

  • अपने बच्चे की काउंसलिंग करवाएँ

मुझे अधिक जानकारी कहाँ से मिल सकती है?