स्प्लेनेक्टॉमी
स्प्लीन पेट के पीछे, पेट के ऊपरी बाँए चौथे भाग में स्थित एक अपेक्षाकृत कमज़ोर अंग होता है। यह खून का निर्माण, संग्रह और उसे छानती है, और यह शरीर की इम्यून प्रणाली में भी एक भूमिका निभाती है। पेट के बाँई ओर कोई गंभीर टक्कर, जैसे किसी खेल या ऑटोमोबाइल संबंधी चोट से, के परिणामस्वरूप स्प्लीन को क्षति पहुँचा सकती है। ल्यूकेमिया या हीमोलिटिक एनीमिया जैसी बीमारियों में भी स्प्लेनेक्टॉमी की आवश्यकता हो सकती है। स्प्लेनेक्टॉमी चोट या बीमारी के कारण स्प्लीन को निकालने की प्रक्रिया होती है। सर्जरी के दौरान, क्षतिग्रस्त स्प्लीन को निकाल दिया जाता है और अन्य अंगों से उसका जुड़ाव विभाजित हो जाता है। हालाँकि स्प्लेनेक्टॉमी के बाद स्प्लीन के प्रकार्यों को लिवर अपना लेता है, लेकिन खून पहले जैसी पूर्णता से नहीं छन पाता। स्प्लेनेक्टॉमी के बाद रोगियों को अधिक बैक्टीरिया संबंधी संक्रमण होने की आशंका होती है। इस प्रकिया से जुड़ी हुई कई संभावित जटिलताएँ होती हैं जिनकी चर्चा सर्जरी से पहले डॉक्टर से करनी चाहिए।