क्लबिंग

इनके द्वाराRebecca Dezube, MD, MHS, Johns Hopkins University
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया नव॰ २०२३

    क्लबिंग, उंगलियों या पैर की उंगलियों के सिरों का बढ़ना और उस कोण में बदलाव है जहाँ नाखून निकलते हैं।

    क्लबिंग तब होती है, जब नेल बेड के नीचे नर्म ऊतकों की मात्रा बढ़ जाती है। यह साफ़तौर पर पता नहीं है कि नर्म ऊतक क्यों बढ़ता है, लेकिन यह रक्त वाहिकाओं के विकास को प्रेरित करने वाले प्रोटीन के स्तरों से जुड़ा हो सकता है। फेफड़ों के कुछ विकारों (जैसे फेफड़े का कैंसर, फेफड़े का ऐब्सेस, पल्मोनरी फ़ाइब्रोसिस और ब्रोंकाइएक्टेसिस) में क्लबिंग होता है, लेकिन दूसरे विकारों (निमोनिया और अस्थमा) में यह नहीं होता है। क्लबिंग, हृदय के कुछ जन्मजात विकारों और लिवर के विकारों में भी होता है। कुछ मामलों में, क्लबिंग आनुवंशिक रूप से भी हो सकता है और इससे किसी भी विकार का संकेत नहीं मिलता है। क्लबिंग के लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।

    फिंगर क्लबिंग की पहचान करना

    फिंगर क्लबिंग को बढ़े हुए उंगलियों और नाखून के बेड में सामान्य कोण में बदलाव से पहचाना जाता है।