हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस

(हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस; ऑफ्थैल्मिक हर्पीज़ जॉस्टर; वैरिसेला-जॉस्टर वायरस ऑफ्थैल्मिकस)

इनके द्वाराVatinee Y. Bunya, MD, MSCE, Scheie Eye Institute at the University of Pennsylvania
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया जुल॰ २०२४

हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस वैरिसेला-जॉस्टर वायरस के आँख में पुनः सक्रिय होने से उत्पन्न संक्रमण होता है। यह वायरस चिकनपॉक्स और शिगल्स पैदा करता है।

  • लक्षणों में शामिल हैं, माथे में दर्द और सिहरन, माथे और नाक पर फफोले, आँखों में पीड़ा, और लालिमा, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, और पलक की सूजन।

  • डॉक्टर हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस का निदान शिंगल्स के दानों और आँख के शामिल होने के प्रमाण के आधार पर करते हैं।

  • शिंगल्स टीका वैरिसेला-जॉस्टर वायरस को पुनः सक्रिय होने से रोकने में मदद कर सकता है।

  • हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस का उपचार एंटीवायरल दवाइयों से किया जाता है।

चिकनपॉक्स वैरिसेला-ज़ॉस्टर वायरस के कारण होता है। लोगों के संक्रमित होने के बाद, वायरस तंत्रिका मूलों में सुप्त (निष्क्रिय) अवस्था में रहता है। कुछ लोगों में, वायरस उम्र के ढलने के साथ प्रतिरक्षा शक्ति के क्षीण होने के कारण फिर से सक्रिय हो जाता है और त्वचा में फैल सकता है, जिससे हर्पीज़ ज़ॉस्टर होता है, जिसे शिंगल्स भी कहते हैं। यदि वायरस माथे या नाक को प्रभावित करता है, तो लगभग आधे लोगों में, प्रभावित त्वचा के तरफ ही, आँख भी संक्रमित हो सकती है।

हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस के लक्षण

किसी भी अन्य लक्षण से पहले माथे में दर्द या सिहरन का अनुभव हो सकता है (जिसे प्रोड्रोम कहते हैं)।

माथे और कभी-कभी नाक के सिरे की त्वचा पर छोटे, अत्यंत दर्दनाक, लाल फफोले उत्पन्न हो जाते हैं।

आँख का संक्रमण पीड़ा, लालिमा, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, और पलक की सूजन पैदा करता हैं। कोर्निया (परितारिका और पुतली के सामने स्थित पारदर्शी पर्त) संक्रमित और शोथ-ग्रस्त हो सकती है। कई महीनों और वर्षों के बाद, कोर्निया में सूजन, गंभीर क्षति, और निशान हो सकते हैं। कोर्निया के पीछे की संरचनाएं क्षोभित हो सकती हैं (ऊवाइटिस), आँख के अंदर दबाव बढ़ सकता है (ग्लूकोमा), और कोर्निया सुन्न हो सकती है, जिससे उसमें चोट लगने की संभावना बढ़ सकती है। चकत्ते के ठीक होने के बाद लोगों को दर्द हो सकता है, जिसे पोस्टहर्पेटिक न्यूरेल्जिया कहा जाता है।

आँख के अंदर का दृश्य

हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस का निदान

  • एक डॉक्टर का मूल्यांकन

सक्रिय शिंगल्स की प्रतीति, विशिष्ट दानों का इतिहास, या पिछले शिंगल्स के दानों के पुराने दाग शिंगल्स का निदान करने में डॉक्टर की मदद करते हैं।

हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस का उपचार

  • मुंह से ली जाने वाली एंटीवायरल दवाइयाँ

  • कॉर्टिकोस्टेरॉयड आई ड्रॉप्स

  • पुतली को चौड़ा रखने के लिए आई ड्रॉप्स

शरीर में कहीं भी शिंगल्स होते ही, एसाइक्लोविर, वैलेसाइक्लोविर, या फ़ैमसाइक्लोविर (जिन्हें मुंह से लिया जाता है) जैसी एंटीवायरल दवाइयों से शीघ्र उपचार, दर्दनाक चकत्तों की अवधि को घटा सकता है। जब हर्पीज़ ज़ॉस्टर चेहरे को संक्रमित करता है और आँख के लिए जोखिम बन जाता है, तब किसी एंटीवायरल दवाई से उपचार, आँखों में होने वाली जटिलताओं को कम करता है।

यदि आँखें शोथग्रस्त हैं तो कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स, आम तौर से आई ड्रॉप्स के रूप में, की जरूरत भी पड़ सकती है।

गंभीर प्रकार के ग्लूकोमा की रोकथाम के लिए, और दर्द से राहत दिलाने में मदद करने के लिए, पुतली को चौड़ा करने वाली साइक्लोपेंटोलेट या अट्रोपीन जैसी आई ड्रॉप्स का उपयोग किया जाता है।

हर्पीज़ ज़ॉस्टर ऑफ्थैल्मिकस की रोकथाम

50 या उससे अधिक आयु के स्वस्थ लोगों के लिए एक रीकॉम्बिनैंट शिंगल्स टीके की अनुशंसा की जाती है, चाहे उन्हें पहले चिकनपॉक्स या शिंगल्स हुआ हो या नहीं या पुराना हर्पीज़ ज़ॉस्टर का टीका दिया गया हो या नहीं। रीकॉम्बिनैंट टीका 90% से अधिक लोगों में कारगर है, जबकि पुराना टीका 50% लोगों में कारगर था।