हंटिंगटन रोग में आनुवंशिक जांच

आनुवंशिक म्यूटेशन जिसके कारण हंटिंगटन रोग होता है, वह क्रोमोसोम 4 में स्थित होता है। इसमें DNA के आनुवंशिक कोड के खास खंड की पुनरावृत्ति शामिल होती है। यह जितनी ज़्यादा बार दोहराता है, उसके लक्षण उतनी जल्दी शुरू हो जाते हैं।

हंटिंगटन रोग के जीन डोमिनेंट होते हैं। इस प्रकार, असामान्य जीन की एक प्रति होना, जिसे माता-पिता में से किसी एक से आनुवंशिक रूप से प्राप्त किया जाता है, वह रोग करने के लिए पर्याप्त है। लगभग सभी लोगों जिनको यह रोग होता है, उनमें असामान्य जीन की केवल एक प्रति होती है। ऐसे लोगों के बच्चों को असामान्य जीन और इस प्रकार बीमारी विरासत में मिलने की 50% संभावना होती है।

ऐसे लोग जिनके माता-पिता या दादा को हंटिंगटन रोग होता है, वे आनुवंशिक जांच करवा कर यह पता लगा सकते हैं कि क्या उन्होनें रोग का जीन आनुवंशिक रूप से प्राप्त किया है। जांच के लिए, खून का नमूना लिया जाता है और उसका विश्लेषण किया जाता है। हो सकता है कि ऐसे लोग यह पता लगवाना चाहें या न चाहें कि क्या आनुवंशिक रूप से उन्हें रोग मिला है। आनुवंशिक जांच से पहले इस मुद्दे पर आनुवंशिक परामर्श में विशेषज्ञ से चर्चा की जानी चाहिए।

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