क्या टैन स्वस्थ होते हैं?

एक शब्द में उत्तर—नहीं। हालांकि सनटैन को अक्सर अच्छे स्वास्थ्य का और सक्रिय व बलवान जीवन का प्रतीक माना जाता है, लेकिन केवल टैनिंग की खातिर टैनिंग करने से स्वास्थ्य को कोई लाभ नहीं है, बल्कि असल में यह स्वास्थ्य के लिए एक खतरा है। अल्ट्रावॉयलेट A या B (UVA या UVB) प्रकाश का कोई भी संपर्क त्वचा में बदलाव कर सकता है या उसे नुकसान पहुंच सकता है। लंबे समय तक धूप के संपर्क से त्वचा को नुकसान होता है और त्वचा कैंसर का जोखिम बढ़ता है। टैनिंग सलॉन में इस्तेमाल होने वाली नकली धूप का संपर्क भी हानिकारक है। इन दुकानों में इस्तेमाल होने वाली UVA लाइटों के वही दीर्घकालिक प्रभाव होते हैं जो UVB प्रकाश के होते हैं, जैसे झुर्रियां पड़ना, अनियमित पिगमेंटेशन यानी जहां-तहां चित्तियां (फोटोएजिंग) और त्वचा कैंसर। सौ बात की एक बात, सुरक्षित टैन जैसी कोई चीज़ नहीं होती है।

सेल्फ़-टैनिंग या सनलैस, लोशन त्वचा को सच में टैन नहीं करते बल्कि उसे रंगते हैं। इस प्रकार वे अल्ट्रावॉयलेट किरणों के खतरनाक जोखिम के बिना ही टैन लुक हासिल करने का एक सुरक्षित तरीका हैं। हालांकि, चूंकि सेल्फ़-टैनिंग लोशन मेलेनिन उत्पादन नहीं बढ़ाते हैं, इसलिए वे धूप से सुरक्षा नहीं देते हैं। इसलिए, धूप से संपर्क के दौरान सनस्क्रीन का इस्तेमाल तब भी ज़रूरी होता है। सेल्फ़-टैनिंग लोशन के इस्तेमाल के परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं, जो व्यक्ति की त्वचा के प्रकार पर, इस्तेमाल किए गए फ़ॉर्म्युला पर और लोशन लगाने के तरीके पर निर्भर करते हैं।

इन विषयों में