रिकरेंट एफ्थस स्टोमैटाइटिस

(कैंकर सोर/मुँह में अल्सर; एफ्थस अल्सर)

इनके द्वाराBernard J. Hennessy, DDS, Texas A&M University, College of Dentistry
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया जन॰ २०२४

रिकरेंट एफ्थस स्टोमैटाइटिस (कैंकर सोर/मुँह में अल्सर, या एफ्थस अल्सर) मुंह के अंदर छोटे, दर्दनाक छालों (अल्सर) की उपस्थिति है जो आमतौर पर बचपन में शुरू होते हैं और बार-बार दोबारा होते हैं।

  • मुंह की चोट, तनाव और कुछ खाद्य पदार्थों की वजह से यह समस्या बढ़ सकती है।

  • लोगों को जलन करने वाला दर्द महसूस होता है, और एक या एक दिन बाद मुंह के नरम ऊतक पर एक कैंकर सोर/मुँह में अल्सर बन जाता है।

  • डॉक्टर या दांतों के डॉक्टर, दर्द और कैंकर सोर/मुँह में अल्सरों की उपस्थिति के आधार पर निदान करते हैं।

  • इसका इलाज माउथ रिन्ज़ और कभी-कभी कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के साथ किया जाता है।

(यह भी देखें मुंह के छाले और सूजन।)

रिकरेंट एफ्थस स्टोमैटाइटिस (RAS) एक आम समस्या है। यह क्यों होता है इसकी वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह कई कारणों से हो सकता है, जैसेकि प्रतिरक्षा प्रणाली के विकार या उसकी कार्यशीलता बिगड़ना, प्रिज़र्वेटिव्स और टूथपेस्ट के संघटकों के खुले संपर्क में आना और जेनेटिक डिसपोज़ीशन। RAS आमतौर पर बचपन में शुरू होता है, और RAS से पीड़ित ज़्यादातर लोगों की उम्र < 30 साल होती है।

जिन लोगों को RAS होता है उन्हें बार-बार कैंकर सोर/मुँह में अल्सर हो जाते हैं। कुछ लोगों में साल में कुछ बार केवल एक या दो कैंकर सोर/मुँह में अल्सर होते हैं। दूसरों में लगभग बार-बार ये समस्या होती रहती है। आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ समस्या जल्दी-जल्दी होने और इसकी तीव्रता में कमी आती है।

कई कारक यह समस्या को जल्दी-जल्दी होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं, हालांकि इन कारकों में एलर्जी वाली प्रतिक्रियाएं शामिल नहीं हैं। इस तरह के कारकों में मुंह पर चोट लगना, तनाव में होना (उदाहरण के लिए, एक कॉलेज के छात्र को फाइनल एग्ज़ाम वाले हफ़्ते में कैंकर सोर/मुँह में अल्सर हो सकते हैं), और कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन (खासतौर पर चॉकलेट, कॉफी, मूंगफली, अंडे, अनाज, बादाम, स्ट्रॉबेरी, पनीर और टमाटर) शामिल है। एड्सके मरीज़ों में अक्सर बड़े कैंकर सोर (मुँह में अल्सर) होते हैं जो कई हफ्तों तक बने रहते हैं।

RAS के लक्षण

लक्षण आमतौर पर दर्द या जलन से शुरू होते हैं, इसके बाद 1 से 2 दिनों में कैंकर सोर (मुँह में अल्सर) बन जाता है। इसमें कभी फफोला नहीं बनता। दर्द बहुत ज़्यादा होता है—उम्मीद से भी कहीं ज़्यादा-और 4 से 7 दिनों तक रहता है। कैंकर सोर (मुँह में अल्सर) लगभग हमेशा नरम, ढीले ऊतक पर बनते हैं जैसेकि होंठ या गाल के अंदर, जीभ पर, मुंह के निचले भाग पर, नरम तालू पर या गले में। ये छाले कम गहरे, गोल या अंडाकार धब्बों के रूप में पीले-सलेटी केंद्र और लाल चारदीवारी के साथ दिखाई देते हैं। आमतौर पर, छाले छोटे होते हैं, जिनका व्यास लगभग 1/8 से 3/8 इंच (1 सेंटीमीटर से कम) होता है, और ये अक्सर 2 या 3 के समूहों में दिखाई देते हैं। वे आमतौर पर 10 दिनों में खुद ही गायब हो जाते हैं और कोई निशान नहीं छोड़ते हैं। बड़े छाले, जिनका डायमीटर लगभग ½ से 1½ इंच (3 सेंटीमीटर से कम) होता है, बहुत कम ही होते हैं। ये बड़े अल्सर अनियमित आकार के होते हैं, इन्हें ठीक होने में कई सप्ताह लग सकते हैं और अक्सर निशान छोड़ देते हैं।

बहुत ज़्यादा गंभीर होने पर लोगों को बुखार, गर्दन में लिम्फ नोड्स में सूजन और आमतौर पर थकान बने रहने जैसा भी महसूस हो सकता है।

RAS का निदान

डॉक्टर या दांतों के डॉक्टर, रिकरेंट एफ्थस स्टोमैटाइटिस की पहचान उसकी दिखावट और उससे होने वाले दर्द के आधार पर करते हैं।

RAS का उपचार

  • दर्द निवारक

  • माउथ रिन्ज़ से

  • मुंह से कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लेकर

इसके इलाज में मुंह के अन्य छालों के लिए उपयोग किए जाने वाले आम उपायों की तरह ही दर्द से राहत देना शामिल है (देखें टॉपिकल ट्रीटमेंट)। इसके अलावा, डॉक्टर अक्सर क्लोरहेक्सिडिन माउथ रिन्ज़ के उपयोग की भी सलाह देते हैं। अगर कई कैंकर सोर (मुँह में अल्सर) हैं, तो डॉक्टर कभी-कभी कुल्ला करने के लिए डेक्सामेथासोन जैसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड वाला माउथ रिन्ज़ केने की भी सलाह देते हैं। अगर कैंकर सोर (मुँह में अल्सर) कम हैं, तो डॉक्टर अन्य कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स जैसे कि फ्लुओसिनोनाइड या क्लोबेटासोल को ऑइंटमेंट के रूप में या एक सुरक्षात्मक कार्बोक्सिमिथाइलसेल्युलोज़ पेस्ट में मिलाकर लगाने की सलाह देते हैं। जिन लोगों में कैंकर सोर (मुँह में अल्सर) बार-बार हुए हैं, वे छाले बनने का अहसास शुरू होते ही माउथ रिन्ज़ का उपयोग करना शुरू कर सकते हैं। इन कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का उपयोग करने वाले लोगों में कैंडिडा एल्बिकान्स के कारण स्टोमैटाइटिस हो सकता है (देखें कैंडिडिआसिस के लक्षण)।

अगर सीधे प्रभावित क्षेत्र पर लगाए जाने के बाद भी कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स काम नहीं करते हैं, तो प्रेडनिसोन की गोलियां मुख-मार्ग से ली जा सकती हैं। हालांकि, कॉर्टिकोस्टेरॉइड का पर्चा लिखने से पहले, डॉक्टर को यह पक्का कर लेना चाहिए कि व्यक्ति को कोई ओरल हर्पीस सिंप्लेक्स इन्फेक्शन तो नहीं हैं, जो कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लेने से बदतर हो सकता है। जैल के रूप में दिए गए कॉर्टिकोस्टेरॉइड की तुलना में कॉर्टिकोस्टेरॉइड रिन्ज़ और टैबलेट को शरीर ज़्यादा अच्छे से अवशोषित कर पाता है, इसलिए इनसे होने वाले दुष्प्रभाव एक चिंता का विषय हो सकते हैं (साइडबार देखें कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: उपयोग और दुष्प्रभाव).

अधिक जानकारी

निम्नलिखित अंग्रेजी-भाषा संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इस संसाधन की विषयवस्तु के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।

  1. MouthHealthy.org: पोषण के साथ-साथ मौखिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है, साथ ही इससमें अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन की मंज़ूरी वाली सील लगे प्रॉडक्ट चुनने के बारे में भी मार्गदर्शन दिया गया है। इसके बारे में भी सलाह दी गई है कि दांतों के डॉक्टर कहाँ पर उपलब्ध हैं और उनसे कैसे और कब मिल सकते हैं।