क्लोरैम्फेनिकॉल

इनके द्वाराBrian J. Werth, PharmD, University of Washington School of Pharmacy
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मई २०२४

एंटीबायोटिक क्लोरैमफ़ेनिकोल का उपयोग मुख्य रूप से कुछ बैक्टीरिया के कारण ऐसे गंभीर संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है जो अन्य एंटीबायोटिक्स के लिए प्रतिरोधी हैं लेकिन अभी भी क्लोरैमफ़ेनिकोल के लिए संवेदनशील हैं। इसका उपयोग सीमित है, क्योंकि यह बोन मैरो में रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में रुकावट पैदा करता है, रक्त कोशिकाओं की संख्या (ब्‍लड सेल काउंट) को अत्‍यधिक कम करता है, जो कुछ लोगों में अपरिवर्तनीय और घातक हो सकता है। इसलिए, क्लोरैमफ़ेनिकोल का उपयोग केवल तभी किया जाता है, जब कोई सुरक्षित एंटीबायोटिक्स उपलब्ध न हों।

क्लोरैमफ़ेनिकोल, बैक्टीरिया को एक ऐसे प्रोटीन का उत्पादन करने से रोककर काम करता है, जो उनके विकसित होने और वृद्धि के लिए आवश्यक होती है।

क्लोरैमफ़ेनिकोल आमतौर पर टाइफाइड और अन्य साल्मोनेला संक्रमण, रिकेट्सियाल संक्रमण और मेनिनजाइटिस के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।

(एंटीबायोटिक्स का विवरण भी देखें।)

गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान क्लोरैमफ़ेनिकोल का उपयोग

क्लोरैमफ़ेनिकोल का उपयोग गर्भावस्था के दौरान, केवल तभी किया जाना चाहिए, जब उपचार के लाभ जोखिम से अधिक हों। क्लोरैमफ़ेनिकोल, ग्रे बेबी सिंड्रोम का कारण बन सकता है, जो कि एंटीबायोटिक के प्रति एक गंभीर और अक्सर घातक प्रतिक्रिया होती है। (गर्भावस्था के दौरान ली जाने वाली दवाइयों का सुरक्षित होना भी देखें।)

स्तनपान के दौरान क्लोरैमफ़ेनिकोल के उपयोग का सुझाव नहीं दिया जाता है। (स्तनपान के दौरान दवाई और मादक पदार्थों का सेवन भी देखें।)