कंप्यूटेड टोमोग्राफ़ी (CT) स्कैन
CAT स्कैन का उपयोग हड्डी और नर्म ऊतक को हुई क्षति, दोनों का पता लगाने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, एक्स-रे तकनीक के उपयोग के द्वारा 3-डायमेंशनल एनाटॉमिकल इमेजरी बनाई जाती है।
एक्स-रे का उपयोग, अधिक-ऊर्जा वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बीम को मरीज़ के शरीर पर डाल कर उसकी इमेज बनाने के लिए किया जाता है। यह बीम, एक्स-रे फ़िल्म पर छाया डालती है। अंदरूनी संरचना का एक फ़ोटोग्राफ़, ऊतक के अलग-अलग घनत्व के अनुसार डाली गई छाया के ज़रिए बनता है। नर्म ऊतक, उनसे होकर अधिक लाइट गुज़रने देते हैं, जबकि अधिक सख्त ऊतक जैसे हड्डी उनसे होकर कम लाइट गुज़रने देते हैं।
जबकि एक्स-रे 2-डायमेंशनल रेंडरिंग तक ही सीमित हैं, CAT स्कैन, पारंपरिक एक्स-रे बीम को मरीज़ के शरीर के चारों ओर स्पायरल आकार में घुमाकर 3D दृश्य जनरेट कर सकते हैं। शरीर के आसपास, लगातार घुमाने से इमेज की स्लाइसेस बनती हैं। कंप्यूटर, इन छवियों को लक्षित की गई जगह या यहां तक कि पूरे शरीर के 360° दृश्य में इकट्ठा करता है, एक-साथ करता है और अनुवाद करता है।