रेट्रोवायरस क्या होता है?

ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (HIV) एक रेट्रोवायरस है, जो कई अन्य वायरस की तरह, अपनी आनुवंशिक जानकारी को DNA के बजाय RNA के रूप में संग्रहित करता है (अधिकांश अन्य जीवित चीजें DNA का इस्तेमाल करती हैं)।

जब HIV एक मानव कोशिका में प्रवेश करता है, तो यह अपने RNA को छोड़ता है और रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस नामक एंज़ाइम HIV RNA की DNA प्रतिलिपि बनाता है। परिणामस्वरूप HIV DNA संक्रमित कोशिका के DNA में एकीकृत होता है। यह प्रक्रिया मानव कोशिकाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया के विपरीत है, जो DNA की RNA प्रतिलिपि बनाती है। इस प्रकार, HIV को रेट्रोवायरस कहा जाता है, जो उलट (पीछे की ओर) चलता है।

रेट्रोवायरस के विपरीत अन्य RNA वायरस (जैसे पोलियो, इन्फ़्लूएंज़ा, या खसरा), कोशिकाओं पर आक्रमण करने के बाद DNA प्रतियां नहीं बनाते हैं। वे बस अपने मूल RNA की RNA प्रतियां बनाते हैं।

हर बार जब एक HIV संक्रमित कोशिका विभाजित होती है, तो यह एकीकृत HIV DNA के साथ-साथ अपने स्वयं के जीन की एक नई प्रतिलिपि बनाती है। HIV DNA कॉपी की स्थिति इनमें से एक होती है

  • निष्क्रिय (अव्यक्त): वायरस मौजूद है, लेकिन कोई नुकसान नहीं करता है।

  • सक्रिय: वायरस संक्रमित कोशिका के कार्यों को संभालता है, जिससे यह HIV की कई नई प्रतियों का उत्पादन करता और छोड़ता है, जो तब अन्य कोशिकाओं पर आक्रमण करते हैं।