ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि

इनके द्वाराJulia Benedetti, MD, Harvard Medical School
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया अप्रैल २०२२ | संशोधित सित॰ २०२२

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि एक क्रोनिक त्वचा विकार है, जिसमें छोटे-छोटे, ठोस, और उठे हुए उभार बनते हैं और वे फैलकर एक छल्ला बना लेते हैं, जिसके बीच में त्वचा सामान्य या थोड़ी धँसी हुई होती है।

(त्वचा की हाइपरसेंसिटिविटी और प्रतिक्रियाशीलता से जुड़े विकारों के विवरण भी देखें।)

  • ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि, प्रतिरक्षा तंत्र की किसी प्रतिक्रिया का परिणाम हो सकता है।

  • लोगों में एक या कई छल्ले बन सकते हैं और उनके रंग अलग-अलग हो सकते हैं।

  • इसका निदान आम तौर पर त्वचा की दिखावट से होता है और स्किन बायोप्सी से इसकी पुष्टि की जा सकती है।

  • ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि आम तौर पर उपचार के बिना ही ठीक हो जाता है।

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन डॉक्टरों को यह संदेह है कि यह प्रतिरक्षा तंत्र की किसी प्रतिक्रिया के कारण होता है। ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि से ग्रस्त होने वाले लोगों में कई विकार, संक्रमण, दवाएँ, और पर्यावरणीय कारक देखे गए हैं, लेकिन ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि होने का यह अर्थ नहीं है कि कोई अन्य विकार मौजूद है।

पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि होने की संभावना दोगुनी होती है।

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि के लक्षण

उभार आम तौर पर लाल होते हैं पर वे हल्के नीले, पीले-हल्के कत्थई या आस-पास की त्वचा जैसे रंग के हो सकते हैं, और व्यक्ति में एक या कई उभार हो सकते हैं। उभारों में छूने मात्र से दर्द हो सकता है, लेकिन आम तौर पर इनमें कोई भी दर्द या खुजली नहीं होती। वे अधिकतर बच्चों और वयस्कों के पंजों, पैरों, हथेलियों या अंगुलियों पर होते हैं। ये उभार अक्सर बाहर की ओर फैलकर छल्ले बनाते हैं। हर छल्ले के बीच में त्वचा सामान्य या थोड़ी धँसी होती है और कभी-कभी वह पीली या हल्की कत्थई होती है। कुछ लोगों में छल्ले बड़े स्थान में फैल जाते हैं।

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि
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इस फोटो में ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि के कारण बने उठे हुए लाल छल्ले देखे जा सकते हैं, जिनके बीच की त्वचा सामान्य है।
तस्वीर थॉमस हबीफ, MD द्वारा प्रदान की गई है।

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि का निदान

  • एक डॉक्टर का मूल्यांकन

  • कभी-कभी एक त्वचा बायोप्सी

डॉक्टर आम तौर पर, ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि की दिखावट से इसका निदान करते हैं।

निदान की पुष्टि के लिए त्वचा का नमूना लिया जा सकता है और उसे माइक्रोस्कोप के नीचे जांचा जा सकता है (जिसे स्किन बायोप्सी कहते हैं)।

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि का उपचार

  • कभी-कभी त्वचा में इंजेक्शन से दी या त्वचा पर लगाई जाने वाली कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाएँ, त्वचा पर लगाई जाने वाली टेक्रोलिमस, फ़ोटोथेरेपी या क्रायोथेरेपी

  • त्वचा पर ज़्यादा फैले हुए छल्लों के लिए, कभी-कभी अन्य दवाएँ

अधिकतर मामलों में ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि बिना उपचार के ठीक हो जाता है, इसलिए जिन लोगों को कोई लक्षण नहीं है उन्हें उपचार की ज़रूरत नहीं होती। हालांकि, ठीक होने में कई वर्ष लग सकते हैं।

कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम या ददोरे में कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवा के इंजेक्शन से इसे ठीक करने में मदद मिल सकती है। या फिर, त्वचा पर टेक्रोलिमस लगाई जा सकती है। फ़ोटोथेरेपी (अल्ट्रावॉयलेट प्रकाश से संपर्क) और क्रायोथेरेपी (ठंड से संपर्क) वे अन्य उपचार हैं, जिनका उपयोग किया जा सकता है।

हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन, आइसोट्रेटिनॉइन, डेप्सन, और साइक्लोस्पोरिनवे अन्य दवाएँ हैं जो छल्लों के त्वचा पर ज़्यादा फैले होने पर प्रभावी होती हैं।

ग्रेन्युलोमा एन्युलेरि के उपचार के लिए, ऐसी अन्य दवाएँ प्रयोग की जा सकती हैं जो प्रतिरक्षा तंत्र को कमज़ोर बनाती हैं, जैसे इन्फ़्लिक्सीमेब और एडैलिमुमेब, लेकिन वे कुछ लोगों में यह विकार सक्रिय भी कर सकती हैं।