फैलोट का टेट्रालॉजी

इनके द्वाराThe Manual's Editorial Staff
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मई २०२२ | संशोधित सित॰ २०२२

हृदय में 4 चैम्बर होते हैं। एट्रिया, आपके हृदय में 2 ऊपरी चैम्बर हैं—दांया एट्रियम और बांया एट्रियम। वेंट्रिकल आपके हृदय में 2 निचले चैम्बर होते हैं—दांया वेंट्रिकल तथा बांया वेंट्रिकल। शरीर में रक्त की पम्पिंग करने के लिए हृदय के चैम्बर मिलकर काम करते हैं।

  • दाएं 2 चैम्बर आपके शरीर से वापस होने वाले रक्त को आपके फेफड़ों में भेजते हैं

  • 2 बाएं चैम्बर आपके फेफड़ों से वापस आने वाले रक्त को आपके शरीर में भेजते हैं

आपके फेफड़ों में रक्त ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड से मुक्त होने के लिए जाता है।

एओर्टा मुख्य धमनी होती है जो आक्सीजन युक्त रक्त को हृदय के बाएं तरफ से शरीर में ले जाती है।

फैलोट की टेट्रालॉजी क्या है?

टेट्रालॉजी (टेट्रा का अर्थ चार होता है) 4 संबंधित चीजों का समूह है। फैलोट की टेट्रालॉजी, 4 विशिष्ट हृदय समस्याओं का सेट है जो एक साथ होती हैं। एक डॉक्टर जिसने एक साथ 4 समस्याओं की पहचान की थी, उसका नाम फैलोट था।

फैलोट की टेट्रालॉजी वाले शिशुओं का जन्म इन 4 हृदय दोषों के साथ होता है:

  • हृदय की दाएं तरफ से फेफड़ों तक जाने वाला रक्त का मार्ग असामान्य रूप से संकीर्ण होता है

  • हृदय के निचले चैम्बर की दीवारों के बीच में छेद होता है (वेंट्रिकुलर सेप्टल दोष)

  • एओर्टा अपनी जगह पर नहीं होता है

  • हृदय के किसी एक चैम्बर की साइड सामान्य की तुलना में मोटी होती है

ऐसा एओर्टा जो अपनी जगह पर स्थित नहीं है, उसमें केवल बांई तरफ से रक्त की प्राप्ति की बजाए, दाएं और बाएं दोनों वेंट्रिकल से रक्त की प्राप्ति होती है, जिससे आक्सीजन रहित रक्त शरीर में संचारित हो जाता है। शरीर को रक्त में ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है, इसलिए यदि एओर्टा विस्थापित होता है तो ऐसी स्थिति में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है।

फैलोट का टेट्रालॉजी: चार दोष

फैलोट की टेट्रालॉजी के क्या कारण हैं?

शिशुओं का जन्म फैलोट की टेट्रालॉजी से होता है। डॉक्टर नहीं जानते कि ऐसा क्यों होता है।

फैलोट की टेट्रालॉजी के क्या लक्षण होते हैं?

फैलोट की टेट्रालॉजी का मुख्य लक्षण निम्नलिखित होता है:

  • नीली त्वचा (सायनोसिस) क्योंकि शिशु के रक्त में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं होती है

कुछ बच्चों को प्राणघातक हमले होते हैं जिनमें उनका ऑक्सीजन का स्तर अचानक बहुत कम हो जाता है। इन आघातों को टैट स्‍पैल या हाइपस्यानोटिक स्पैल्स कहा जाता है। ये स्पैल रोने, शौच करना, खेलने या ऐसे काम करने से हो सकते हैं जिनसे हृदय की धड़कन तेज हो जाती है। ये 2 से 4 महीने की आयु में सर्वाधिक आम होते हैं, लेकिन ऐसा टोडलर्स में भी हो सकता है।

इन स्पैल्स के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल होते हैं:

  • गंभीर रूप से सांस फूलना

  • लंगड़ाहट

  • बेहोश होना

कभी-कभी बच्चे की स्पैल के दौरान मौत हो जाती है।

डॉक्टर कैसे बता सकते हैं कि मेरे बच्चे को फैलोट की टेट्रालॉजी है?

यदि डॉक्टर को खास प्रकार की हृदय की आवाज़ (एक असामान्य ध्वनि जो असामान्य रक्त प्रवाह के कारण होती है) को सुनते हैं, तो उन्हें फैलोट की टेट्रालॉजी का संदेह होता है। डॉक्टर निदान की पुष्टि निम्नलिखित के साथ करते हैं:

  • ईकोकार्डियोग्राफ़ी (हृदय का अल्ट्रासाउंड)

  • कभी-कभी, CT स्कैन या MRI

  • ECG/EKG (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ़ी—एक पीड़ारहित जांच जिसमें हृदय के इलेक्ट्रिकल करंट की माप की जाती है और उसे पेपर पर रिकार्ड किया जाता है)

  • सीने के एक्स-रे

डॉक्टर फैलोट की टेट्रालॉजी का उपचार कैसे करते हैं?

डॉक्टर निम्नलिखित कार्य करेंगे:

  • हृदय दोषों को ठीक करने के लिए सर्जरी करना, आम तौर पर 2 और 6 महीने की आयु के दौरान ऐसा करते हैं

  • कभी-कभी रक्त के प्रवाह में सहायता के लिए खास दवा (प्रोस्टेग्लैंडिन) देते हैं

कुछ शिशुओं के लिए डॉक्टर को हृदय को ठीक करने के लिए अनेक प्रक्रियाओंं की आवश्यकता पड़ती है।

यदि आपके शिशु को टैट स्पैल्स हैं, तो डॉक्टर:

  • वे आपको अपने शिशु के घुटने को आपके शिशु के सीने तक लाने के लिए कहेंगे ताकि रक्त प्रवाह में सहायता की जा सके (बड़े बच्चे नीचे बैठ सकते हैं, ऐसा करने से भी सहायता मिलती है)

  • आपको अपने शिशु को शांत करने का प्रयास करने के लिए कहेंगे

  • ऑक्सीजन देंगे

  • शिरा द्वारा दवा तथा फ़्लूड देना (IV)