लिवर के ट्यूमर का विवरण

इनके द्वाराDanielle Tholey, MD, Sidney Kimmel Medical College at Thomas Jefferson University
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मई २०२३

लिवर ट्यूमर कैंसर-रहित (मामूली) या कैंसरयुक्त (हानिकारक) हो सकते हैं।

कैंसरयुक्त लिवर ट्यूमर को प्राथमिक (लिवर में पैदा होने वाले) या मेटास्टेटिक (शरीर में किसी अन्य जगह से फैलने वाले) में वर्गीकृत किया जाता है। अधिकांश लिवर कैंसर मेटास्टेटिक होते हैं। कैंसर अक्सर लिवर तक फैल जाता है क्योंकि जब शरीर में कहीं अन्यत्र कैंसर कोशिकाएं टूटती हैं, तो वे अक्सर रक्त की धारा में प्रवेश करती हैं और परिसंचारित होती है, तथा लिवर शरीर के अधिकांश हिस्सों से रक्त को फिल्टर करता है।

कैंसर-रहित लिवर ट्यूमर तुलनात्मक रूप से आम है और आमतौर पर इसके कोई लक्षण नहीं होते हैं। लेकिन, बहुत ही कम बार इन ट्यूमर के कारण पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में असुविधा होती है या इसके कारण लिवर संवर्धित नहीं होता या पेट की कैविटी में रक्तस्राव नहीं होता है। कैंसर-रहित लिवर ट्यूमर में निम्नलिखित शामिल है

अधिकांश कैंसर-रहित ट्यूमर का पता केवल तब ही चलता है जब इमेजिंग परीक्षण—जैसे अल्ट्रासोनोग्राफ़ी, कंप्यूटेड टोमोग्राफ़ी (computed tomography, CT) या मैग्नेटिक रीसोनेंस इमेजिंग (magnetic resonance imaging, MRI) को किसी असम्बद्ध कारण से किया जाता है। आमतौर पर लिवर तब भी सामान्य रूप से काम करता है जब कैंसर-रहित ट्यूमर मौजूद होता है। इस प्रकार, आमतौर पर लिवर का मूल्यांकन करने के लिए रक्त परीक्षणों के परिणाम सामान्य होते हैं। उपचार की आवश्यकता हो सकती है अथवा नहीं हो सकती है।

क्या आप जानते हैं...

  • अधिकांश लिवर कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में शुरु होते हैं।

  • अधिकांश कैंसर-रहित लिवर ट्यूमर का पता दुर्घटनावश लगता है जब इमेजिंग परीक्षण जैसे अल्ट्रासोनोग्राफ़ी को किसी अन्य कारण से किया जाता है।

प्रयोगशाला परीक्षण

पुटियां

कभी-कभी लिवर में तरल से भरे सैक (सिस्ट) बन जाते हैं। अधिकांश के कारण कोई लक्षण या स्वास्थ्य समस्याएं नहीं होती हैं। इनका दुर्घटनावश इमेजिंग परीक्षणों में पता लगता है।

कभी-कभी, यदि सिस्ट बड़ी हैं, तो ये दूसरे अंगों को संकुचित कर सकती है और/या पीड़ा का कारण बन सकती हैं। ऐसे मामलों में, त्वचा के माध्यम से सिस्ट को ड्रेन करना, फिर चाहे ऐसा सर्जिकल चीरे से किया जाए अथवा नहीं, किया जा सकता है। लेकिन, अक्सर सिस्ट फिर से हो जाती हैं। यदि सिस्ट फिर से हो जाती हैं और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं, या अन्य महत्वपूर्ण समस्याओं का कारण बनती हैं, तो डॉक्टर लिवर प्रत्यारोपण की सिफारिश कर सकते हैं। लेकिन, ऐसा बहुत ही कम होता है।

बहुत ही कम बार, लोगों में जन्म के समय बहुत अधिक सिस्ट होती हैं (एक विकार जिसे पॉलिसिस्टिक लिवर रोग कहा जाता है)। आमतौर पर, ऐसे लोगों को दूसरे अंगों में सिस्ट होती हैं, जैसे किडनी (एक विकार जिसे पॉलिसिस्टिक किडनी रोग कहा जाता है)। लिवर संवर्धित हो जाता है लेकिन आमतौर पर अच्छी तरह से काम करता रहता है।

अधिक जानकारी

निम्नलिखित अंग्रेजी भाषा के संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इन संसाधनों की सामग्री के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।

  1. American Cancer Society: लिवर कैंसर के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करता है जिसमें इसके लक्षण, निदान, चरण तय करना, और उत्तरजीविता दर शामिल हैं।

  2. American Liver Foundation: सामुदायिक शिक्षण प्रोग्रामों का आयोजन करता है जिससे लिवर के रोग के सभी पहलुओं और कल्याण के बारे में विवरण प्रदान किया जाता है। साथ ही सहायता समूहों को ऐक्सेस प्रदान करता है, चिकित्सक को खोजने से संबंधित जानकारी, तथा चिकित्सालीय परीक्षणों में भागीदारी के अवसरों की जानकारी प्रदान करता है।