शिरा प्रणाली का अवलोकन

इनके द्वाराJames D. Douketis, MD, McMaster University
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया दिस॰ २०२३

शिराएं शरीर के सभी अवयवों से रक्त को हृदय तक वापस ले जाती हैं। धमनियाँ ऑक्सीजन और पोषक तत्वों वाले रक्त को हृदय से शरीर के शेष भाग में ले जाती हैं। बड़ी शिराएं बड़ी धमनियों के समानांतर स्थित होती हैं और अक्सर समान नाम वाली होती हैं। इसके अलावा, कई अनामित छोटी शिराएं अनियमित नेटवर्क बनाती हैं और बड़ी शिराओं से जुड़ती हैं।

कई शिराओं में, खास तौर से बांहों और पैरों की शिराओं में, एक-तरफा वाल्व होते हैं। प्रत्येक वाल्व में दो फ्लैप (कस्प या लीफलेट) होेते हैं जिनके सिरे आपस में मिलते हैं। हृदय की तरफ बहने वाला रक्त फ्लैपों को धकेलकर एक तरफ स्विंग होने वाले दरवाजों की तरह खोलता है। यदि गुरुत्वाकर्षण या मांसपेशियों के संकुचन रक्त को पीछे की ओर खींचने की कोशिश करते हैं या यदि रक्त शिरा में पीछे जाने लगता है, तो फ्लैप बंद हो जाते हैं, ताकि रक्त पीछे की ओर प्रवाहित न हो। इस तरह से, वाल्व––जब रक्त हृदय की तरफ बहता है तो खुल कर और जब रक्त पीछे की ओर बहता है तो बंद हो कर–-हृदय में वापस जाने में रक्त की मदद करते हैं।

शरीर में

  • सुपरफिशियल यानी सतही शिराएं होती हैं, जो त्वचा के नीचे फैट की परत में स्थित होती हैं

  • डीप यानी गहरी शिराएं होती हैं, जो मांसपेशियों में और हड्डियों के बगल में स्थित होती हैं

  • कनेक्टिंग यानी जोड़ने वाली शिराएं होती हैं, जो वे छोटी शिराएं हैं जो सतही और गहरी शिराओं को जोड़ती हैं

गहरी शिराएं रक्त को हृदय की तरफ धकेलने में उल्लेखनीय भूमिका निभाती हैं। गहरी शिराओं के एक-तरफा वाल्व रक्त को पीछे की ओर बहने से रोकते हैं। गहरी शिराओं के चारों ओर की मांसपेशियाँ शिराओं को दबाती हैं, जिससे रक्त को हृदय की तरफ बढ़ने में मदद मिलती है, ठीक वैसे ही जैसे टूथपेस्ट की ट्यूब को दबाने से टूथपेस्ट बाहर निकलता है। पिंडली की शक्तिशाली मांसपेशियाँ खास तौर से महत्वपूर्ण हैं, जो पैरों की गहरी शिराओं को प्रत्येक कदम के साथ जोर से दबाती हैं। गहरी शिराएं पैरों से 90% या उससे अधिक रक्त को हृदय की तरफ ले जाती हैं।

पैरों की गहरी शिराएं

शिराओं के एक-तरफा वाल्व

एक-तरफा वाल्वों में दो फ्लैप (कस्प या लीफलेट) होेते हैं जिनके सिरे आपस में मिलते हैं। ये फ्लैप रक्त को हृदय में वापस ले जाने में शिराओं की मदद करते हैं। जब रक्त हृदय की तरफ बढ़ता है, तो वह फ्लैपों को धकेलकर एक तरफ स्विंग होने वाले दरवाजों की तरह खोलता है (बायीं ओर प्रदर्शित)। यदि गुरुत्वाकर्षण या मांसपेशियों के संकुचन रक्त को पल भर के लिए पीछे की ओर खींचते हैं या यदि रक्त शिरा में पीछे जाने लगता है, तो फ्लैप तत्काल बंद हो जाते हैं, जिससे रक्त के पीछे की ओर प्रवाहित होने से बचाव होता है (दायीं ओर प्रदर्शित)।

सतही शिराओं में गहरी शिराओं के प्रकार के ही वाल्व होते हैं, लेकिन वे मांसपेशी से घिरी हुई नहीं होती हैं। इस तरह से, सतही शिराओं का रक्त मांसपेशियों की दबाने वाली क्रिया द्वारा हृदय की तरफ धकेला नहीं जाता है। इसलिए, वह गहरी शिराओं के रक्त से अधिक धीमी गति से बहता है। सतही शिराओं में से बहने वाला अधिकांश रक्त गहरी और सतही शिराओं के बीच स्थित अनेकों जोड़ने वाली शिराओं के माध्यम से गहरी शिराओं में चला जाता है। जोड़ने वाली शिराओं के वाल्व रक्त को सतही शिराओं से गहरी शिराओं में जाने देते हैं लेकिन पीछे नहीं लौटने देते हैं।

शिराओं से संबंधित समस्याएं

शिराओं को प्रभावित करने वाली मुख्य समस्याओं में शामिल हैं

पैरों की शिराओं में खून के जमने या शिरा के फूलने का खास तौर से जोखिम होता है क्योंकि जब व्यक्ति खड़ा होता है, तो रक्त को पैरों की शिराओं से हृदय तक पहुँचने के लिए, गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध, ऊपर की ओर बहना पड़ता है।