बलून एट्रियल सेप्टोस्टॉमी (रैशकाइंड प्रक्रिया)
बलून एट्रियल सेप्टोस्टॉमी (रैशकाइंड प्रक्रिया) में, छोर पर बलून लगे एक कैथेटर को पेटेंट फ़ोरामेन ओवेल के रास्ते दाएं एट्रियम तक ले जाया जाता है। बलून को फुलाकर अचानक दाएं एट्रियम की ओर कर दिया जाता है जिससे एट्रियल सेप्टम के मुंह का आकार बड़ा हो जाता है। इस प्रक्रिया से ऑक्सीजन से भरपूर ब्लड शरीर में पहुंच जाता है।
इन विषयों में